117 साल पुरानी है बिसौली की प्राचीन रामलीला
177 वर्ष पुरानी श्री प्राचीन रामलीला रविवार से प्रारंभ होने जा रही है। जिसका द्घाटन उपजिलाधिकारी चंद्रप्रकाश सरोज करेंगे।
संस, बिसौली : 177 वर्ष पुरानी श्री प्राचीन रामलीला रविवार से प्रारंभ होने जा रही है। जिसका द्घाटन उपजिलाधिकारी चंद्रप्रकाश सरोज करेंगे। रामबरात 26 अक्टूबर को निकाली जाएगी। रामबरात 15 अक्टूबर और 24 को राज्याभिषेक के साथ समापन होगा। तत्कालीन जमींदार निहाल सिंह को रामलीला मंचन देखने का शौक था। तब रामलीला नगर के समीप गांव पिदारा में होती थी। जमींदार भी वहीं रामलीला देखने जाते थे। एक बार वह रामलीला देखने गए तब उनको वहां वो सम्मान नहीं मिला जो हर बार मिलता था। यह बात उन्हें नागवार गुजरी। तब उन्होंने घर आते ही रामलीला आयोजन अपने यहां कराने का निर्णय लिया। समीपवर्ती गांव हत्सा के ग्रामीणों का सहयोग मिला। रामलीला ड्रामेटिक क्लब का गठन किया। मुहल्ला होली चौक पर रामलीला का आयोजन होने लगा। आबादी भी बढ़ी तो बदायूं रोड पर रामलीला प्रारंभ हुआ। रामलीला क्लब हत्सा के कलाकार हर काम छोड़ रामलीला प्रारंभ होने से एक माह पूर्व ही अभिनय की तैयारी प्रारंभ देते हैं।