एआरपी परीक्षा में 28 मौजूद, 11 अनुपस्थित, 6 अपात्र
विकास भवन सभागार में बेसिक शिक्षा विभाग की एआरपी (असिस्टेंट रिसोर्स पर्सन) की परीक्षा हुई। परिषदीय विद्यालयों के 28 शिक्षक-शिक्षिकाओं ने प्रतिभाग किया जबकि 11 आवेदक गैरहाजिर रहे।
जागरण संवाददाता, बदायूं : विकास भवन सभागार में बेसिक शिक्षा विभाग की एआरपी (असिस्टेंट रिसोर्स पर्सन) की परीक्षा हुई। परिषदीय विद्यालयों के 28 शिक्षक-शिक्षिकाओं ने प्रतिभाग किया जबकि 11 आवेदक गैरहाजिर रहे। छह शिक्षक-शिक्षिकाओं के आवेदन अपात्र होने की वजह से निरस्त कर दिया गया। मुख्य विकास अधिकारी के अवकाश पर रहने की वजह से साक्षात्कार नहीं हो सका है। अन्य शिक्षक-शिक्षिकाओं को आवेदन के लिए चार जनवरी तक का समय दिया गया है। परीक्षा के लिए दूसरे चरण में शिक्षक-शिक्षिकाओं के आवेदनों को मिलाकर कुल 45 शिक्षक-शिक्षिकाओं को एआरपी की परीक्षा देनी थी। जिसमें से 28 आवेदक शिक्षक-शिक्षिकाएं समय से विकास भवन पहुंच गए और परीक्षा दी। छह माना जा रहा था कि शिक्षक संघ इस बार भी विरोध करेगा लेकिन विकास भवन पर संघ का कोई भी पदाधिकारी उपस्थित नहीं रहा। बीईओ प्रवीण शुक्ला की मौजूदगी में परीक्षा कराई गई।
शिक्षक संघ से निष्कासन, आवेदकों का इस्तीफा
शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने कहा था कि परीक्षा के लिए आवेदन करने पर शिक्षक-शिक्षिकाओं की सदस्यता संघ से निष्कासित कर दी जाएगी। इसी बीच आवेदन करने वाले छह शिक्षक-शिक्षिकाओ ने सोशल साइट्स पर जिला संयोजक को संबोधित इस्तीफा साझा किया। जिसमें हरनंदन सिंह, योगेश कुमार, सूरज पाल, वीपी सिंह, यूसुफ, महीपाल शामिल रहे। वहीं शिक्षक संघ के जिला संयोजक संजीव शर्मा ने बताया कि उन्हें इस्तीफा प्राप्त नहीं हुआ। आवेदन के समय ही उन्हें छह वर्ष के लिए पहले ही निष्कासित किया गया है तो इस्तीफा का सवाल ही नहीं रहता। व्यक्तिगत कारण व संघ की नीति दोनों में अंतर है। वर्जन..
लिखित परीक्षा के बाद साक्षात्कार नहीं हो सके हैं। उच्चाधिकारियों की अनुमति पर उनके साक्षात्कार कराए जाएंगे। अन्य शिक्षकों से भी चार जनवरी तक आवेदन मांगे हैं। पांच को उनकी परीक्षा कराई जाएगी।
- रामपाल सिंह राजपूत, बीएसए