गेहूं खरीद की अवधि पूरी, रजिस्ट्रेशन के बावजूद नहीं हुई खरीदारी
सूरते हाल- - किसानों के घरों में पड़ी है उनकी गाढ़ी कमाई - खरीद बंद होने से टूट ग
सूरते हाल:-
- किसानों के घरों में पड़ी है उनकी गाढ़ी कमाई
- खरीद बंद होने से टूट गए अन्नदाताओं के सपने
जागरण संवाददाता, अंबारी (आजमगढ़) : गेंहू की खरीद बंद होने से किसानों की गाढ़ी कमाई उनके घरों में पड़ी रही गई। रजिस्ट्रेशन कराने के बाद संवाददाता इंतजार करते रहे और उनकी बारी आने तक खरीद की अवधि बीत गई। सरकार ने खरीद की तिथि बढ़ाई जरूर लेकिन उससे गिनती के ही किसानों के अरमानों को पंख लग पाए। बहरहाल, उन किसानों के माथे पर चिता की लकीरें स्पष्ट नजर आ रहीं, जिनकी गाढ़ी कमाई घर में ही पड़ रह गई।
किसानों के सामने एक न एक मुश्किलें आती रहती हैं। कभी नहर में पानी नहीं आता तो कभी समय से खाद बीज नहीं मिल पाता है। किस्मत से कई बार सिचाई को पानी व समय से खाद मिल गया तो कई बार दैवीय आपदाएं अरमानों पर पानी फेर देती है। अबकी किसानों को गेहूं कटाई मड़ाई करने के बाद बेचने में समस्या का सामना करना पड़ रहा है। गेहूं की खरीद को किसानों को पहले आनलाइन आवेदन करना पड़ा। महीने भर के इंतजार की बाद सैकड़ों किसानों के गेंहू की खरीद नहीं हो पाई। दर्जनों किसान रजिट्रेशन कराने के बाद से ट्राली पर लादकर अपना गेंहू क्रय केंद्रों पर लेकर खरीद का इंतजार करते रहे। लेकिन अंत मे उन्हें निराशा ही हाथ लगी। खरीद न होने के कारण काफी संख्या में किसानों के घरों में गेहूं पड़ा हुआ है। खरीद 15 जून से 22 जून तक बढ़ाई गई थी। लेकिन फूलपुर और पवई क्रय केन्दों की साइट ही नहीं खोली गई। क्षेत्र के फहमीद अहमद, रामअधार यादव, रविन्द्र यादव, चंद्रिका प्रसाद, हरिराम, विनोद कुमार आदि का कहना है कि रजिस्ट्रेशन कराने के बाद भी धान नहीं बिक सका था। अब गेंहू का भी वहीं हाल हुआ। खुले बाजार में औने पौने दाम पर गेहूं की बेचना पड़ रहा है।