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शुक्रवार को भी पड़ी मौसम की मार, कांपते बीता दिन

जागरण संवाददाता आजमगढ़ अबकी ठंड का मौसम शुरू होने के बाद ज्यादातार दिनों में धूप निक

By JagranEdited By: Published: Fri, 15 Jan 2021 05:19 PM (IST)Updated: Fri, 15 Jan 2021 05:19 PM (IST)
शुक्रवार को भी पड़ी मौसम की मार, कांपते बीता दिन
शुक्रवार को भी पड़ी मौसम की मार, कांपते बीता दिन

जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : अबकी ठंड का मौसम शुरू होने के बाद ज्यादातार दिनों में धूप निकलने से लोगों ने राहत महसूस की। लोग कहने लगे कि अबकी ईश्वर ने बड़ी कृपा की है। वृद्ध और बीमारों के सामने ज्यादा संकट नहीं आएगा लेकिन बुधवार से मौसम का रुख कुछ इस तरह से बदला कि लोगों की कंपकंपी छूट गई। साल का पहला त्योहार तो कांपते बीत ही गया लेकिन शुक्रवार को भी सुबह से शाम तक राहत नहीं मिली। सर्द पछुआ हवा के बीच कांपते लोगों के लिए अलाव ही सहारा बचा।

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जिले में अधिकतम तापमान 20 व न्यूनतम नौ डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। आ‌र्द्रता अधिकतम 74 फीसद तो हवा की गति तीन से छह किमी प्रति घंटे रही। सुबह के समय अखबार और दूध बेचने वाले कांपते दिखे तो वहीं रात में ड्यूटी करने वालों मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। दृश्यता 10 किमी होने से वाहनों की गति पर भी लगाम लगा रहा। दोपहिया वाहनों से तो यात्रा करने की हिम्मत हीं नहीं पड़ी। बहुत जरूरी होने पर ही लोग घरों से बाहर निकले और लौटे तो कांपते हुए अलाव अथवा हीटर तलाशने लगे।

सुबह के बाद शाम होने के साथ आसमान में कोहरा अभी भी इतना गहरा हो जा रहा है कि वाहनों की गति मंद पड़ जा रही है। मौसम का रुख देख शाम होते ही लोग घरों में कैद हो गए। वहीं देर रात तक घर लौटने वाले रास्ते में अलाव देखकर राहत के लिए रुक जा रहे थे। दिन ढलने के साथ सड़कों पर सन्नाटा जैसी स्थिति नजर आने लगी। ठंड की वजह से ठेला चालक व आम जन ठिठुरते दिखाई दे रहे थे।

सब्जी की फसल बचाने को करें धुंआ : केएम सिंह

आजमगढ़ : कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. कृष्ण मोहन सिंह ने बताया कि वर्तमान में मौसम में नमी गेहूं के लिए तो फायदेमंद है लेकिन सब्जी की फसलों में पाला लगने का खतरा बना हुआ है। अभी तीन दिन तक मौसम सामान्य होने की उम्मीद नहीं है। ऐसे में सब्जी की फसलों का पाला से बचाव के लिए शाम को खेतों के उत्तर-पश्चिम तरफ धुंआ कर दें। इससे नमी कम हो जाएगी। इसके साथ ही ताजा पानी लगा दें। गेहूं में खर-पतवार नाशी दवा का छिड़काव करें।


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