ग्राम प्रधान कम से कम 10 गोवंश लेंगे गोद
-जनसहभागिता योजना -जनहित में मानीटरिग को जारी किया गया हेल्पलाइन नंबर -विशेष अभियान में
-जनसहभागिता योजना::::
-जनहित में मानीटरिग को जारी किया गया हेल्पलाइन नंबर
-विशेष अभियान में अब तक संरक्षित किए गए 963 गोवंश
-प्रत्येक न्याय पंचायत में स्थापित किया जाएगा पशुबाड़ा
जागरण संवाददाता, आजमगढ़: बेसहारा पशुओं को गो-आश्रय स्थलों में संरक्षित करने एवं गोवंश को गोद लेने का जिले में विशेष अभियान चल रहा है। विशेष अभियान के तहत अब तक 963 गोवंश को संरक्षित किया गया है। जबकि निराश्रित गोवंश को संरक्षित करने के उद्देश्य से सरकार की जनसहभागिता योजना के अंतर्गत 162 पशुओं को ग्राम प्रधानों को सुपुर्द किया गया है। डीएम अमृत त्रिपाठी ने योजना के अंतर्गत ग्राम प्रधानों को कम से कम 10 गोवंश को गोद लेने के निर्देश दिए हैं। साथ ही जनहित में हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है।
डीएम ने निर्देशित किया है कि बेसहारा पशुओं को संरक्षित करने के लिए प्रत्येक न्याय पंचायत स्तर पर पशुबाड़ा बनाया जाए, जिसके लिए मनरेगा और राज्य वित्त से धनराशि व्यय की जाएगी। उन्होंने गो-आश्रय स्थल से प्राप्त होने वाले गोबर से लट्ठा बनाने के लिए मशीन स्थापित कराने के निर्देश दिए हैं। गोबर से बनने वाली लट्ठा लकड़ी की सप्लाई आसपास के निराश्रित गोवंश की जानकारी देने हेतु किसानो के लिए कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। जिस पर कॉल करके कोई भी व्यक्ति अथवा किसान अपनी शिकायत एवं छुट्टा पशुओं की शिकायत दर्ज करा सकता है। बेसहारा पशुओं के संबंध में सूचना एवं शिकायत दर्ज करने के लिए कंट्रोल रूम स्थापित कर हेल्पलाइन नंबर 05462-356039 एवं 05462-356040 जारी किया गया है।