उंगलियों का क्लोन बनाकर जनता को लूटने वाले दो गिरफ्तार
-राजफाश -स्पाई कैमरों से अंगूठे की फोटो खींचते फिर तहसीलों से ब्योरा एकत्र कर ब
-राजफाश :::::
-स्पाई कैमरों से अंगूठे की फोटो खींचते फिर तहसीलों से ब्योरा एकत्र कर बैंकों में लगाते रहे सेंध
-मऊ, गाजीपुर समेत कई जिलों में वारदात करने की बात कबूली
-दो लैपटाप, फिगर प्रिट तैयार करने का उपकरण, बुलेट व नकदी बरामद
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : साइबर थाने की पुलिस व स्वाट टीम के हाथ रविवार की सुबह बड़ी कामयाबी लग गई। बिलरियागंज थाना क्षेत्र के उकारा गांव स्थित पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से साइबर क्राइम को अंजाम देने वाले दो बदमाशों को दबोच लिया। ये बदमाश धोखे से लोगों की उंगलियों की क्लोन बनाकर गाढ़ी मशक्कत से कमाए धन से अपना खजना भरते थे। मऊ, गाजीपुर समेत कई जिलों में वारदात कर चुके साइबर बदमाशों के गिरोह का जड़ खंगलाने में पुलिस जुट गई है।
पुलिस गत 23 नवंबर को साइबर ठगों के पीछे हाथ धोकर पड़ी, जब रौनापार के चालाकपुर गांव निवासी मनोज कुमार सोनकर के बैंक में पड़े 1.77 लाख रुपये बदमाशों ने पार कर दिए। साइबर क्राइम थाने में केस दर्ज हुआ तो पुलिस सक्रिय हो उठी। एसपी अनुराग आर्य ने एएसपी अपराध सुधीर जायसवाल को जिम्मेदारी सौंपते हुए साइबर मुख्यालय की मदद लेने को कहा तो बदमाशों पर शिकंजा कस गया। वारदात करने वाले मनोज सरोज व उमेश सरोज निवासी ग्राम पटवध कौतुक थाना बिलरियागंज हत्थे चढ़ गए। मनोज ने बताया कि स्पाई कैमरा एवं मोबाइल फोन से ग्राहक सेवा केंद्रों में जाकर रजिस्टर में लगे अंगूठे की फोटो खींचने के साथ तहसीलों में जमा स्टांप पेपर से उनके अंगूठे का निशान, आधार कार्ड का डिटेल लेकर उंगलियों के क्लोन तैयार करते हैं। उसके बाद एपीएस (आधार एनेबल पेमेंट सिस्टम) से क्लोन फिगर के जरिए आधार कार्ड से लिक बैंक खातों से रुपये निकाल लेते हैं। बैंकिग साफ्टवेर से अपनी पहचान छिपाने को कंटेंट लेंस का प्रयोग करते हैं, ताकि हमारे आंख का रेटिना स्कैन करके ओरीजनल आधार कार्ड लिक न हो पाए। बदमाशों के पास से दो लैपटाप, फिगर प्रिट तैयार करने का उपकरण, तीन रबड़ सीट, सीट वाशिग केमिकल, बटर पेपर पर बने हुए फिगर प्रिट एवं प्लेन सीट, स्पाई कैमरा, छह रेटिना लेंस, तीन एक्टरनल हार्ड डिस्क, बने हुए फिगर प्रिट क्लोन, फर्जी प्रिट आधार कार्ड, तीन मोबाइल फोन, बुलेट बाइक, 13400 नकदी आदि बरामद हुए हैं। पुलिस टीम में साइबर थाने के प्रभारी निरीक्षक अनिल सिंह, प्रभारी स्वाट टीम प्रथम संजय सिंह आदि शामिल थे।