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आजीविका को प्रशिक्षित किए जाएंगे पारंपरिक कारीगर

जागरण संवाददाता आजमगढ़ विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के अंतर्गत पारंपरिक कारीगरों बढ़ई द

By JagranEdited By: Published: Sat, 29 May 2021 06:50 PM (IST)Updated: Sat, 29 May 2021 06:50 PM (IST)
आजीविका को प्रशिक्षित किए जाएंगे पारंपरिक कारीगर
आजीविका को प्रशिक्षित किए जाएंगे पारंपरिक कारीगर

जागरण संवाददाता, आजमगढ़: विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के अंतर्गत पारंपरिक कारीगरों बढ़ई, दर्जी, टोकरी बुनकर, नाई, सोनार, लोहार, कुम्हार, हलवाई, मोची, राजमिस्त्री आदि हस्तशिल्पियों के आजीविका के साधनों का सु²ढ़ीकरण करते हुए उनके जीवन स्तर को उन्नत किया जाएगा। इसके लिए छह दिवसीय निश्शुल्क एवं आवासीय प्रशिक्षण दिया जाएगा।

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उपायुक्त उद्योग प्रवीण कुमार मौर्य ने बताया कि प्रशिक्षण अवधि में श्रम विभाग द्वारा समय-समय पर जारी अर्धकुशल श्रमिक के मजदूरी दर के समान दर पर मानदेय प्रदान किया जाएगा। सेवा व व्यवसाय के सफल संचालन के लिए आधुनिकतम तकनीक पर आधारित उन्नत किस्म के टूल किट का वितरण कौशल बृद्धि प्रशिक्षण कार्यक्रम के बाद सभी प्रशिक्षणार्थियों को किया जाएगा। 10 जून तक आवेदन आनलाइन भरे जाएंगे। आफलाइन आवेदन पत्र स्वीकार नहीं किया जाएगा।


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