हाइडिल परिसर से कलेक्ट्रेट तक करेंगे विरोध प्रदर्शन
जागरण संवाददाता आजमगढ़ पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के विरोध में आंदोलित विद्य
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के विरोध में आंदोलित विद्युत कर्मचारी संघर्ष समिति ने ऐलान किया है। निजीकरण का फैसला वापस नहीं लिया गया तो शहीदे आजम के जन्मदिवस पर मशाल जुलूस निकालेंगे। हाइडिल परिसर से कलेक्ट्रेट तक प्रदर्शन करेंगे।
समिति के संयोजक प्रभु नारायण पांडेय प्रेमी ने कहा कि जब कर्मचारी से लेकर अधिकारी तक निजीकरण के खिलाफ खड़े हो गए हैं तो सरकार को झुकना ही पड़ेगा। निजीकरण के फैसले से कर्मचारियों पर ही नहीं, बल्कि उपभोक्ताओं पर भी प्रभाव पड़ेगा। सरकार द्वारा पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के निर्णय के विरोध में हाइडिल परिसर में रविवार को भी विरोध प्रदर्शन जारी रहा। विद्युत विभाग में कार्यरत कर्मचारी, जूनियर इंजीनियर व अभियंताओं ने मुख्य अभियंता वितरण के कार्यालय पर छह सूत्रीय मांगों को लेकर सभा की। कहा कि सरकार के निजीकरण के फैसले के विरोध में विद्युत कर्मचारी संयुक्त कर्मचारी समिति के आह्वान पर चलाया जा रहा ध्यानाकषर्ण एवं विरोध सभा आगे भी जारी रहेगा।
अध्यक्षता कर रहे हृदेश्वर सिंह ने कहा कि ऊर्जा क्षेत्र के निजीकरण के फैसले को सरकार को वापस लेना चाहिए। इससे कर्मचारियों और उपभोक्ताओं का कोई भला नहीं होने वाला है। निजीकरण के उद्देश्य से लाए गए इलेक्ट्रिटी सिटी बिल 2020 को तत्काल वापस लिया जाए, साथ ही केंद्र शासित प्रदेशों में जो निजीकरण की प्रक्रिया चल रही है उसे रद किया जाए। राज्य विद्युत परिषद प्राविधिक कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष वेदप्रकाश यादव ने निजीकरण से होने वाली हानियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर संदीप प्रजापति, निखिल शेखर सिंह, चंदन यादव, जयशंकर वर्मा, आशुतोष यादव, राज्य विद्युत प्राविधिक कर्मचारी संघ के क्षेत्रीय अध्यक्ष जयप्रकाश यादव, सचिव चंद्रजीत यादव, काशीनाथ गुप्ता, राज नरायन सिंह, धर्मू यादव, अखिल पांडेय, ज्योति उपाध्याय आदि मौजूद रहे।