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एक पखवारा पूर्व ही दोहरे हत्याकांड की बन गई थी रणनीति

जागरण संवाददाता आजमगढ़ निजामाबाद क्षेत्र के चकिया हुसैनाबाद गांव में तीन दिन पूर्व हुए दोहर

By JagranEdited By: Published: Thu, 15 Oct 2020 07:11 PM (IST)Updated: Thu, 15 Oct 2020 07:11 PM (IST)
एक पखवारा पूर्व ही दोहरे हत्याकांड की बन गई थी रणनीति
एक पखवारा पूर्व ही दोहरे हत्याकांड की बन गई थी रणनीति

जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : निजामाबाद क्षेत्र के चकिया हुसैनाबाद गांव में तीन दिन पूर्व हुए दोहरे हत्याकांड की रणनीति लगभग एक पखवारा पूर्व ही बन गई थी। हत्या को हमलावरों ने सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया था। हत्या से पूर्व हमलावर परिवार की महिलाओं को सुरक्षित स्थान पर भेजना चाह रहे थे। डबल मर्डर का रहस्योद्घाटन एक हत्यारोपित के मोबाइल की जांच में सामने आए हैं।

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चकिया हुसैनाबाद गांव में 12 अक्टूबर को दिनदहाड़े अशमर व काजिम की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी गई थी। वारदात के बाद मुख्य आरोपित का मोबाइल गिर गया था, जिसके जरिये कई राज सामने आए हैं। पुलिस व हत्यारोपितों के रिश्ते भी उजागर हुए हैं। एसपी सिटी पंकज पांडेय की जांच में परत-दर-परत सच्चाई सामने आ रही है। मुख्य हत्यारोपित वासिफ के पिता आरिफ उर्फ मुन्ना को निजामाबाद पुलिस ने रेलवे का जाली टिकट बनाने के आरोप में एक माह पूर्व गिरफ्तार किया था। उसके बाद से ही तत्कालीन इंस्पेक्टर की नजदीकियां उससे व उसके स्वजनों से हुई। आरिफ के पुत्र तभी से इंस्पेक्टर से वाट्सएप चेटिग कर विरोधियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए भी इंस्पेक्टर से 50 हजार रुपये सौदेबाजी तक की। इंस्पेक्टर को पहले से ही हत्या का अंदेशा था, लेकिन कार्रवाई नहीं की थी। घटना से पूर्व मुख्य आरोपित परिवार की महिलाओं को शहर भेजना चाह रहा था। उसने फोन कर अपने साथियों को घटना को अंजाम देने के लिए गांव बुलाया था।


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