छोटे भाई की शादी के दूसरे दिन बड़े भाई की मौत
-एक दिन पहले डोली दूसरे दिन अर्थी देख रो पड़ा बरहतिर गांव -अस्पतालों का चक्कर काटते रह
-एक दिन पहले डोली दूसरे दिन अर्थी देख रो पड़ा बरहतिर गांव
-अस्पतालों का चक्कर काटते रहे परिवार के लोग, नहीं मिला बेड
जागरण संवाददाता, जहानागंज (आजमगढ़) : विधि का विधान भला कौन टाल सकता है। एक दिन पहले तक घर में खुशियां छाई थीं। दुल्हन की डोली उतरी तो महिलाओं ने मंगल गीत गाए, हंसी-ठिठोली चल रही रही थी कि अचानक सभी खामोश हो गए। कारण कि जिस युवक की शादी हुई थी उसी के बड़े भाई की तबीयत अचानक बिगड़ गई और शुक्रवार को अस्पताल के गेट तक पहुंचते-पहुंचते उसने दम तोड़ दिया।
बजरंगी यादव उर्फ बबलू (36) के छोटे भाई श्रीराम की 28 अप्रैल को शादी थी। बरात मऊ जिले के रायपुर पलिया गई थी। अभिभावक की भूमिका में बजरंगी ने पूरी जिम्मेदारी संभाली। सबकुछ कुशल मंगल बीता और गुरुवार को बरात वापस आई। हंसी-खुशी का माहौल उस समय शांत हो गया जब शाम को बबलू की तबीयत अचानक खराब हो गई। परिवार के लोग आनन-फानन बबलू को लेकर वाराणसी पहुंचे लेकिन कई अस्पतालों का चक्कर काटने के बाद कहीं बेड नहीं मिला। निराश होकर लोग अपने घर लौट आए और सुबह होने का इंतजार करने लगे। शुक्रवार को सुबह उन्हें लेकर परिवार के लोग जिला अस्पताल पहुंचे लेकिन गेट तक पहुंचने के साथ बबलू की सांसें थम गईं। बबलू की मौत की खबर गांव पहुंची तो पूरा गांव रो पड़ा। सबके मुख से बोल फूट पड़े कि हे विधाता तूने यह क्या किया। बता दें कि मूल रूप से मऊ जनपद के देवालास के रहने वाले बबलू के पिता डॉ. बालकरन यादव काफी दिनों से जहानागंज में अपना मकान बनाकर परिवार के साथ रहते हैं। बबलू का अंतिम संस्कार जिला मुख्यालय स्थित राजघाट पर किया गया।