आंधी-पानी व ओले का कहर, किसानों का फटा कलेजा
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : आसमान में उमड़-घुमड़ रहे बादल आखिरकार मंगलवार की अलसुबह
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : आसमान में उमड़-घुमड़ रहे बादल आखिरकार मंगलवार की अलसुबह चार बजे के करीब आंधी के साथ झमाझम बरसे। लगभग दो घंटे तक हुई इस बारिश ने किसानों के आंसू निकाल दिए। जिले के माहूल व निजामाबाद क्षेत्र में मामूली ओले भी पड़े। आंधी ने खेत में खुले रखे गेहूं की फसल को उड़ा दिए वहीं बोझ को पूरी तरह पानी से तरबतर कर दिए। इतना ही नहीं, जिन किसानों ने गेहूं काटकर खेत में छोड़ दिए थे, उनकी पूरी फसल खेत में ही डूब गए। इससे किसानों को सर्वाधिक नुकसान हुआ। हालांकि, कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि बारिश से बहुत नुकसान नहीं हुआ है। इतना जरूर है कि किसानों की मेहनत बढ़ गई। किसानों को पुन: बोझ खोलकर सुखाना पड़ेगा। ओले से आम को नुकसान होगा हालांकि इसकी मात्रा बहुत कम है।
फसल के अलावा तेज आंधी से कई पेड़ जमीनदोंज हो गए तो वहीं बिजली के पोल भी कई स्थानों पर गिर गए है। बहुतायत ग्रामीण क्षेत्रों में अब तक बिजली की आपूर्ति नहीें हो सकी है। दूसरी तरफ एस्बेस्टस शीट उड़ने से एक स्थान पर पति-पत्नी घायल हो गए। इन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बाजारों में जलजमाव की स्थिति हो गई। इसकी वजह से लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ा।
जिले में 2 लाख 20 हजार हेक्टेयर में गेहूं की बुआई हुई थी। इस बार अच्छी फसल होने के कारण प्रति हेक्टेयर 30 ¨क्वटल उत्पादन होने की संभावना थी। उप कृषि निदेशक डॉ.आरके मौर्य ने बताया कि अभी जो फसल खेतों में खड़ी है, उसका कोई विशेष नुकसान नहीं हुआ है। खेत में काटकर रखी गई फसल का नुकसान हुआ है। मौसम साफ हो गया है। इसलिए जल्द ही मड़ाई का कार्य शुरू होगा। इस बारिश से सरसों, आम की भी फसल को नुकसान हुआ है। आम के टिकोरे जहां झड़ गए वहीं बौर भी प्रभावित हुए।
बूढ़नपुर प्रतिनिधि के अनुसार आंधी-पानी से गेहूं की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। अभी गेहूं की फसल पककर तैयार हुई थी। किसान कटाई, मड़ाई के लिए प्रयास कर ही रहे थे कि बारिश ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। कइयों के खेतों में कटी फसल भीगी तो कुछ बोझ। खड़ी फसल खेतों में गिरकर भीगी पड़ी है, जिससे काफी नुकसान होने की आशंका है।
¨बद्रा बाजार प्रतिनिधि के अनुसार गंभीरपुर थाना क्षेत्र के दर्जनों जगह आंधी-पानी से किसानों के लाखों के नुकसान हुए हैं। घनघोर बारिश से राम जानकी मंदिर ¨बद्रा बाजार के सामने घुटने पर पानी लग गया। इसकी वजह से लोगों को आवागमन में दिक्कत हुई।
रौनापार प्रतिनिधि के अनुसार सगड़ी तहसील क्षेत्र के सैकड़ों गांव में तेज हवाओं के साथ बरसात में किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा। एक तरफ किसानों द्वारा जहां गेहूं की फसल को काटकर मड़ाई हेतु रखा गया था वहीं दूसरी तरफ खड़ी फसलें भी तेज हवाओं के साथ बरसात की वजह से लेट गई। इससे किसानों को भारी क्षति उठानी पड़ी। सुबह पांच बजे से तेज हवाओं के साथ बरसात आई जिससे फसलों को नुकसान हुआ है। इससे किसान ¨चतित है। अपनी फसलों को काटकर घर के अंदर किसान नहीं रख सके थे। उनकी तब तक ¨चताएं बनी रहेगी जब तक कि गेहूं की फसल उनके घरों में न पहुंच जाए। लाटघाट, तरौका, जमसर, अत्तर कक्षा, आराजी देवारा मगरवी, सतना, सुरैना, सहनुपुर, सहबदिया, मठिया मडई, हाजीपुर, मसूरियापुर, देवाराखास राजा, देवारा इस्माईलपुर, हैदराबाद आदि गांवों के किसानों की फसल नष्ट हुई है। अभय राय, नारद ¨सह पटेल, श्रीनिवास पटेल, मनोज, अनुज पटेल, सोनू राय, र¨वदर यादव, अरुण कुमार पटेल, राम ¨सह, विद्या ¨सह, मान¨सह, राम¨सगार यादव, पल्टन यादव आदि किसानों ने कहा कि बरसात के साथ तेज हवाओं के झोकों से फसलों को नुकसान हुआ।
निजामाबाद प्रतिनिधि के अनुसार फरिहां बाजार में हल्की बारिश होने से दुकानों के सामने जलजमाव हो गया। फरिहां बाजार में हल्की बारिश होने से दुकानों व सड़क के किनारे जल का जमाव होने से बाजार में जनता को काफी परेशानी हुई। फरिहा बाजार के लोगों का कहना है कि नाले का निर्माण हुए करीब आठ वर्ष हो गए। तब से अब तक एक भी बार इसकी सफाई नहीं हो पाई। बाजार के सुरेंद्र कुमार, राजेश यादव, अजय सोनकर, प्रदीप कुमार, महेंद्र, अमरनाथ
आदि ने कहा कि तत्काल नालों की सफाई की जाए। फूलपुर प्रतिनिधि के अनुसार बारिश ने सारे किए धरे पर पानी फेर दिया। किसानों के चेहरे की चमक फीकी पड़ी है। मौसम का रंग देख क्षेत्र के किसान जल्द से जल्द अपने गेहूं की फसल की कटाई और मड़ाई कर गेहूं और भूसा अपने घरों को पहुंचा देना चाहता था। सरायमीर प्रतिनिधि के अनुसार मंगलवार को आंधी पानी से किसानों का काफी नुकसान हुआ। क्षेत्र के कई घरों पर पेड़ ढह गए। इससे काफी नुकसान हुआ। आंधी पानी से खंभे गिर गए। इसकी वजह से लगभग 45 घरों की बिजली गुल हो गई है। गांव के गिरधारी पुत्र मधुबन, गिरधारी पुत्र जगन्नदन, रामरतन पुत्र सकलदीप, बदामी पत्नी पतिराम के घरों पर पेड़ गिरने से काफी क्षति हुई है। रानी की सराय प्रतिनिधि के अनुसार आंधी और बारिश के चलते किसानों की फसल की काफी क्षति हुई है। मौसम के बदलते मिजाज से किसान ¨चतित है। क्षेत्र में सोमवार को देर शाम पहले आधी के साथ हल्के छीेटे पडे़। मंगलवार को भोर में तेज आंधी के साथ बारिश शुरू हो गई। खेतो में कटी और बांधी गई गेहूं की फसल का काफी नुकसान हुआ है। मेंहनगर प्रतिनिधि के अनुसार गरज, चमक के साथ बरसात से किसानों के खेत में गेहूं फसल भीग गई। किसानों ने बताया कि गेहूं के साथ-साथ भूसा पर असर पड़ेगा। गेहूं कटाई प्रभावित हो गया वहीं तेज आंधी में गौरा गांव निवासी रेखा ¨सह पत्नी रामजन्म ¨सह दोनों बैठे थे। तेज आंधी से एस्बेस्टस उड़ गए। इससे दोनों घायल होगए। इनका उपचार मेंहनगर में चल रहा है। एसडीएम ने लेखपाल को मौके पर भेजा।
लालगंज प्रतिनिधि के अनुसार लालगंज तहसील क्षेत्र के किसानों ने गेहूं को घर में रखने के लिए सभी तरह की जुगत लगा रहे हैं। किसान हार्वेस्टर मालिकों के पीछे-पीछे घूमकर जल्द से जल्द गेहूं की कटाई कराना चाहते हैं। इससे पहले साल भर परिवार के भोजन के लिए गेहूं को घर पहुंचाना चाहते हैं। बरसात को देखते हुए जानवरों के लिए भूसा की ¨चता छोड़ दिए है। पहले किसी भी तरह से गेहूं को अपने घर में पहुंचाना चाहता है। बारिश के बाद मौसम खुलने के बाद किसान अपनी-अपनी जुगत में लग गया है कि वह किसी तरह से अपनी फसल घरों में पहुंचा दें।