प्रतिमा स्थापना के बाद भी व्यापार पर बंदिशों का ताला
जागरण संवाददाता आजमगढ़ प्रदेश सरकार ने शर्तों के साथ दुर्गा प्रतिमा की स्थापना की अनुमति त
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : प्रदेश सरकार ने शर्तों के साथ दुर्गा प्रतिमा की स्थापना की अनुमति तो दे दी है लेकिन व्यापार पर अभी भी बंदिशों का ताला लटक रहा है। आदेश के पहले असमंजस में फंसे व्यापारियों के मन भी अभी भी इस बात का डर है कि मेले में भीड़ होगी या नहीं।
खासतौर से खिलौना व्यापारी नफा-नुकसान को लेकर परेशान हैं। यह अलग बात है कि प्रतिमा स्थापना की अनुमति के बाद कुछ उम्मीद जगी है लेकिन जो व्यापारी मेले के लिए दो लाख के खिलौने का आर्डर देते थे उन्होंने इस बार 50 हजार का माल मंगाया है। उसके बाद भी डर है कि कहीं माल फंस न जाए। व्यापारियों का कहना है कि पहले पूजा कमेटियां अपने स्तर पर तय करती थीं कि किस तरह की प्रतिमा रखी जाए। कैसी सजावट की जाए लेकिन इस बार पंडाल को विस्तार देने की अनुमति नहीं है। पूजा की औपचारिकता ही निभानी है तो भीड़ के आने की उम्मीद भी कम हो गई है।
खिलौना व्यापारी मनीष कृष्ण साहिल बताते हैं कि लाकडाउन के समय लगभग सभी का आर्थिक पक्ष कमजोर हुआ है। ऐसे में लोगों की क्रय शक्ति का कमजोर होना स्वाभाविक है। शहर के मेले का 75 फीसद व्यापार ग्रामीणों के आने पर निर्भर करता है। भीड़ लगाने पर रोक की खबर से हो सकता है कि गांवों के लोग शहर में कम संख्या में आएं। इसलिए ज्यादा पूंजी फंसाने का कोई फायदा समझ में नहीं आया।