स्कूलों में बढ़ी प्रतिस्पर्धा से आसमान छूने लगे अंक
जासं, आजमगढ़ : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद का 12वीं का परिणाम घोषित हो चुका है। एक दौर था जब ब
जासं, आजमगढ़ : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद का 12वीं का परिणाम घोषित हो चुका है। एक दौर था जब बच्चे 60 फीसद बच्चे अंक पाते थे तो उसे लोग सिर आंखों पर बैठा लेते थे। कोर्स संग परीक्षा के पैटर्न में नित नए परिवर्तन की वजह से अब अंक आसमान छूने लगे हैं। मसलन, 100 अंक सर्वोच्च है तो उसके आसपास बच्चे अंक यानी 99 फीसद तक पहुंच जा रहे हैं। इस बार देश में टॉपर रहीं मेघना श्रीवास्तव ने 12वीं में 500 पूर्णांक में 499 हासिल किया है। सभी विषय में शत प्रतिशत अंक। सिर्फ अंग्रेजी में 99 अंक मिला है। इस बार परिणाम 83.01 फीसद रहा। यह पिछले वर्ष की तुलना में एक फीसद ज्यादा है। कमोवेश यही हाल जिलों में भी रहा। आजमगढ़ में .5 से एक फीसद की बढोत्तरी बतायी गई है। सीबीएसई से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि रिजल्ट में अंकों की उछाल के पीछे स्कूलों में आपसी प्रतिस्पर्धा है। अंक अधिक कैसे आए, इसके लिए स्कूल कड़ी मेहनत कर रहे हैं। बकायदा इसके लिए प्ला¨नग हो रही है। बच्चों का मूल्यांकन करके उसे उस तरह की व्यवस्था की जाती है।
यह अलग बात है कि प्ला¨नग के भी अलग-अलग स्तर है। अंकों की बरसात सिर्फ सीबीएसई ही नहीं इस बार यूपी बोर्ड भी पीछे नहीं रहा। नकल पर नकेल के बाद भी फतेहपुर के रजनीश ने व बाराबंकी के आकाश मौर्या ने 93.20 फीसद अंक पाकर प्रदेश में अव्वल रहे। बहरहाल, स्कूलों की आपसी इस प्रतिद्वंद्विता से बच्चे निहाल हो रहे हैं। आजमगढ़ में इस बार 2439 छात्रों ने परीक्षा दी थी। सात सेंटर पर परीक्षा आयोजित हुई। सेंट जेवियर्स स्कूल, एलवल के प्रधानाचार्य व सीबीएसई के कोआर्डिनेटर नीलेश श्रीवास्तव ने बताया कि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष दस फीसद अधिक रिजल्ट हुआ है। बच्चे पिछले वर्ष की तुलना में एक फीसद अधिक अंक भी प्राप्त किए हैं। लड़कों की तुलना में लड़कियों का परीक्षा परिणाम बेहतर रहा। यह सुखद है। बच्चों के भविष्य व अभिभावकों के निष्ठा व उम्मीदों के लिए।