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गेहूं खरीद पर बोरे की कमी का लगा ब्रेक

आजमगढ़ क्रय वर्ष 2020-21 में 15 अप्रैल से 15 जून तक गेहूं खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। शासन-प्रशासन की सारी कवायद के बाद अब गेहूं खरीद पर बोरे की कमी का ब्रेक सा लग गया है। गोदामों में गेहूं भरा है लेकिन एफसीआइ तक डिलीवरी नहीं हो पा रही है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 07 May 2020 07:24 PM (IST)Updated: Fri, 08 May 2020 06:01 AM (IST)
गेहूं खरीद पर बोरे की कमी का लगा ब्रेक
गेहूं खरीद पर बोरे की कमी का लगा ब्रेक

जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : क्रय वर्ष 2020-21 में 15 अप्रैल से 15 जून तक गेहूं खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। शासन-प्रशासन की सारी कवायद के बाद अब गेहूं खरीद पर बोरे की कमी का ब्रेक सा लग गया है। गोदामों में गेहूं भरा है लेकिन एफसीआइ तक डिलीवरी नहीं हो पा रही है।

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जिले में गेहूं खरीद के लिए विभिन्न एजेसियों के कुल 68 केंद्र स्थापित कर 64500 एमटी का लक्ष्य निर्धारित किया गया। आंकड़ों पर गौर करें तो पीसीएफ के 44 केंद्रों पर 30 हजार एमटी खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। अब 35 दिन शेष हैं लेकिन अभी तक लक्ष्य के सापेक्ष 1767 किसानों से आठ हजार, 49 एमटी की खरीद हो सकी है। यानी शेष बचे दिन में 22 हजार एमटी गेहूं की खरीद सुनिश्चित की जानी है। पीसीएफ से जुड़े साधन सहकारी समिति के केंद्रों पर कुल छह लाख बोरे की उपलब्धता सुनिश्चित करानी थी लेकिन अभी तक मात्र एक लाख, 93 हजार, 500 बोरे ही उपलब्ध कराए जा सके हैं। अब सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि लक्ष्य के सापेक्ष इस बार गेहूं की खरीद पूरी होगी भी या नहीं।

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वर्जन---

''क्रय केंद्रों पर बोरे की कमी के संबंध में लगातार पीसीएफ प्रबंधक को लिखा जा रहा है। बावजूद इसके अभी तक मांग के सापेक्ष उपलब्धता सुनिश्चित नहीं हो सकी है।

--रामकिकर द्विवेदी, एआर कोऑपरेटिव।


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