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देश के मानचित्र में समृद्धि की पहचान बनाएगा पूर्वाचल

आजमगढ़ पूर्वांचल विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष नरेंद्र सिंह की अध्यक्षता में शुक्रवार को मंडलायुक्त सभागार में सभाकक्ष में पूर्वांचल विकास बोर्ड की बैठक हुई। उन्होंने कहा कि आजमगढ़ में विश्वविद्यालय स्थापना की प्रक्रिया तेजी से की जा रही है। एयरपोर्ट भी विकसित हो रहा है। कहाकि में मार्गों को चौड़ा करने सठियांव चीनी मिल को और विकसित करने मुबारकपुर सिल्क साड़ी उत्पादकों के समक्ष आ रही समस्याओं को दूर करने गल्ले की बड़ी मंडी की स्थापना की दिशा में कार्य किया जाएगा।

By JagranEdited By: Published: Fri, 20 Sep 2019 08:54 PM (IST)Updated: Fri, 20 Sep 2019 08:54 PM (IST)
देश के मानचित्र में समृद्धि की पहचान बनाएगा पूर्वाचल
देश के मानचित्र में समृद्धि की पहचान बनाएगा पूर्वाचल

जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : पूर्वाचल विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष नरेंद्र सिंह की अध्यक्षता में शुक्रवार को मंडलायुक्त सभागार में सभाकक्ष में पूर्वाचल विकास बोर्ड की बैठक हुई। उन्होंने कहा कि आजमगढ़ में विश्वविद्यालय स्थापना की प्रक्रिया तेजी से की जा रही है। एयरपोर्ट भी विकसित हो रहा है। कहाकि में मार्गों को चौड़ा करने, सठियांव चीनी मिल को और विकसित करने, मुबारकपुर सिल्क साड़ी उत्पादकों के समक्ष आ रही समस्याओं को दूर करने, गल्ले की बड़ी मंडी की स्थापना की दिशा में कार्य किया जाएगा।

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उन्होंने कहा कि पूर्वाचल क्षेत्र के सर्वागीण विकास के लिए संबंधित सभी जिलों की समस्याओं की जानकारी कर उसका स्थाई निराकरण करते हुए पूरे पूर्वाचल क्षेत्र को विकास के नए आयाम से रूबरू कराना बोर्ड का मुख्य उद्देश्य है। कहा कि गठित बोर्ड में पूर्वाचल के सभी जिलों के जनप्रतिनिधियों को सदस्य के रूप में नामित किया गया है। विश्वास व्यक्त किया कि जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासकीय अधिकारियों के सामंजस्य से यह क्षेत्र बहुत जल्द ही देश के मानचित्र अपनी समृद्धि की पहचान बनाने में सफल होगा। मुख्यमंत्री के आर्थिक सलाहकार केवी राजू ने जनपदवार 13 समस्याओं के संबंध में कहा कि गठित समिति द्वारा दो सप्ताह में विस्तृत टिप्पणी उपलब्ध कराई जाएगी और चार सप्ताह में स्थाई रूप से समाप्त करने के लिए कार्ययोजना बनाकर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। बोर्ड के दूसरे उपाध्यक्ष दयाशंकर मिश्र ने पूर्वाचल के अंतर्गत आने वाले सभी जिलों की बुनियादी समस्याओं से बोर्ड को अवगत कराया। संबंधित अधिकारियों को निस्तारण के निर्देश दिए। इसके पूर्व मंडलायुक्त कनक त्रिपाठी ने बोर्ड के पदाधिकारियों, सदस्यों एवं अधिकारियों का स्वागत किया। ब्लैक पॉटरी, रेशमी साड़ी, टेक्सटाइल व बिदी कारीगरों की समस्या

अपर मुख्य सचिव नियोजन कुमार कमलेश ने व्यापार मंडल के प्रतिनिधियों से भी उनकी समस्याएं जानीं। इसमें मुख्य रूप से आजमगढ़ में निजामाबाद की ब्लैक पाटरी व मुबारकपुर की रेशमी साड़ी के विपणन की समस्या, मऊ की टेक्सटाइल की समस्या और बलिया में ओडीओपी में चयनित बिदी कारीगरों की समस्या के साथ ही अन्य समस्याओं का उल्लेख किया गया। बताया कि इन समस्याओं के निस्तारण के लिए भी बोर्ड के सदस्य, संबंधित विभाग के अधिकारी, नियोजन विभाग के मंडल व जनपद स्तरीय अधिकारी, विश्वविद्यालय के विशेषज्ञ को शामिल करते हुए समितियों का गठन किया गया। ये समितियां भी दो सप्ताह में उत्पादन, टर्नओवर, उत्पाद के शामिल लोगों की अनुमानित संख्या आदि पर विस्तृत आख्या तैयार कर बोर्ड को दो सप्ताह में उपलब्ध कराएंगी। प्रमुख रूप से इनकी रही उपस्थिति

वाराणसी, गोरखपुर, महराजगंज, बस्ती, गाजीपुर, अमेठी, देवरिया, सोनभद्र, प्रतपातगढ़, प्रयागराज आदि जिलों के सदस्यों के साथ ही विशेष सचिव मत्स्य पालन एमएसए रिजवी, विशेष सचिव नियोजन अंकित अग्रवाल, संयुक्त विकास आयुक्त पीएन वर्मा, सीडीओ आजमगढ़ आनंद कुमार शुक्ला व बलिया बद्रीनाथ सिंह, उप निदेशक अर्थ एवं संख्या अमजद अली अंसारी, भाजपा जिलाध्यक्ष जयनाथ सिंह, ध्रुव सिंह, श्रीकांत राय, अजय सिंह, लक्ष्मण मौर्य, विनोद आदि थे।


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