बलिया में कार्यो की प्रगति खराब, डीपीआरओ को चेतावनी
आजमगढ़ मंडलायुक्त कनक त्रिपाठी ने अपने कार्यालय कक्ष में पंचायती राज विभाग के कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान बलिया के कई विकास खंडों में कार्यों की प्रगति खराब मिली। बीडीओ नगरा को हटाने और शौचालय की बड़ी मात्रा में धनराशि लाभार्थियों के खाते में अंतरित होना अवशेष पाए जाने पर रसड़ा बेरुआरबारी एवं मुरलीछपरा के बीडीओ की विस्तृत जांच जिलाधिकारी के माध्यम कराए जाने कराए जाने का भी निर्देश दिया।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : मंडलायुक्त कनक त्रिपाठी ने अपने कार्यालय कक्ष में पंचायती राज विभाग के कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान बलिया के कई विकास खंडों में कार्यो की प्रगति खराब मिली। बीडीओ नगरा को हटाने और शौचालय की बड़ी मात्रा में धनराशि लाभार्थियों के खाते में अंतरित होना अवशेष पाए जाने पर रसड़ा, बेरुआरबारी एवं मुरलीछपरा के बीडीओ की विस्तृत जांच जिलाधिकारी के माध्यम कराए जाने कराए जाने का भी निर्देश दिया।
मंडलायुक्त ने पाया कि ब्लाक नगरा में जहां शौचालय की धनराशि लाभार्थियों के खाते में ट्रांसफर होना सबसे अधिक अवशेष है, वहीं जीओ टैगिग, डिजिटल सिग्नेचर, प्रियासाफ्ट, एलओबी, आपरेशन कायाकल्प आदि की स्थिति अत्यंत दयनीय है। स्पष्ट निर्देश दिए जाने के बावजूद एक माह के अंदर इन सभी कार्यक्रमों में प्रगति लगभग नगण्य है। सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए संबंधित बीडीओ को तत्काल हटाने का निर्देश दिया। रसड़ा, बेरुआरबारी एवं मुरलीछपरा में भी एक माह के अंदर लाभार्थियों के खातों में धनराशि ट्रांसफर किए जाने की प्रगति अपेक्षानुरूप नहीं पाई गई। इस पर असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि शौचालयों की धनराशि रोके रखना संदेहास्पद है, इसलिए इन तीनों विकास खंडों के बीडीओ की विस्तृत जांच जिलाधिकारी बलिया के माध्यम से कराई जाए। उप निदेशक पंचायती राज को यह भी निर्देश दिया कि जिन ब्लाकों में धनराशि ट्रांसफर किया जाना अवशेष है उनसे संबंधित अधिकारियों एवं कर्मचारियों का उत्तरदायित्व निर्धारित करते हुए सबके खिलाफ चार्जशीट निर्गत की जाए। मंडलायुक्त कहा कि बलिया में बहुत अधिक गांव ऐसे हैं जिनके खाते में अभी तक शौचालय निर्माण की धनराशि नहीं पहुंची है। नवागत जिला पंचायत राज अधिकारी को इस संबंध में तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया। एलओबी की समीक्षा में नगरा में सबसे अधिक फर्जी रिपोर्टिंग की गई मिली, बेरुआरबारी में भी एक ही शौचालय के फोटो गई शौचालयों पर अपलोड किये गये हैं। निर्देशित किया कि जिन एडीओ पंचायत स्तर से फर्जी रिपोर्टिंग की गई है, उन सभी के विरुद्ध चार्जशीट निर्गत करें और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। आपरेशन कायाकल्प, डीएससी, प्रियासाफ्ट आदि की भी समीक्षा की गयी जिसमें एक माह के अंदर अपेक्षित प्रगति नहीं पाई गई। डीपीआरओ को तत्काल इस ओर विशेष ध्यान देकर अपेक्षित प्रगति लाने के निर्देश दिया। इस अवसर पर उप निदेशक पंचायती राज रामजियावन, जिला पंचायत राज अधिकारी बलिया एसके पांडेय, मंडलीय स्वच्छता समन्वयक राजू पटेल व सभी बीडीओ थे।