ईओ की शिकायत का पुलिस ने नहीं लिया संज्ञान
अधिकारी का कहना है कि सभासद ने 21 जून सरकारी नाली तोड़ने का प्रयास किया। एक दिन बाद दोपहर में फोन कर अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया। फोन काटने पर कार्यालय पहुंचकर गालियां देते हुए हंगामा शुरू कर दिया। चौकी प्रभारी माहुल के आने पर मामला शांत हुआ लेकिन घटना के 10 दिन बाद तक पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। इस बाबत थानाध्यक्ष अहरौला ब्रम्हदीन पांडेय का कहना है कि तहरीर मिली है जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। दूसरी ओर ईओ का कहना है कि पुलिस
जासं, माहुल (आजमगढ़) : नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी दिनेश चंद्र आर्य के साथ हुए कथित दुर्व्यवहार के मामले का पुलिस ने कई दिनों बाद भी संज्ञान नहीं लिया। इससे नाराज ईओ ने उच्चाधिकारियों से अवगत कराने के साथ ही शासन को पत्र लिखने की बात कही है। ईओ ने वार्ड नंबर आठ के सभासद मो. खालिद पर बदसलूकी का आरोप लगाते हुए 24 जून को थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। बताया कि सभासद ने 21 जून को सरकारी नाली तोड़ने का प्रयास किया। एक दिन बाद दोपहर में फोन कर अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया। फोन काटने पर कार्यालय पहुंचकर गालियां देते हुए हंगामा शुरू कर दिया। चौकी प्रभारी माहुल के आने पर मामला शांत हुआ लेकिन घटना के 10 दिन बाद तक पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। थानाध्यक्ष अहरौला ब्रम्हदीन पांडेय का कहना है कि तहरीर मिली है, जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। सभासद खालिद कुरैशी का कहना है कि विकास के मुद्दे पर ईओ से उनकी बात हुई थी। उन्होंने उनकी बात सुनने की बजाय उन्हें ही फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी दी। उनसे कहासुनी जरूर हुई थी, लेकिन वे जो आरोप लगाए हैं वह निराधार हैं।