लैब की जांच रिपोर्ट के बाद ही स्वेटर आपूर्ति का भुगतान
-पहली बार टेंडर प्रक्रिया में मात खाने पर पारदर्शिता बरत रहा बेसिक शिक्षा विभाग --प्रशास
-पहली बार टेंडर प्रक्रिया में मात खाने पर पारदर्शिता बरत रहा बेसिक शिक्षा विभाग
--प्रशासन सख्त :::
-3250 स्कूलों के 2,93,830 बच्चों को वितरित किया जाना है स्वेटर
-80 फीसद हो चुकी है आपूर्ति, वितरण को स्कूल भेजे जा रहे जागरण संवाददाता, आजमगढ़: परिषदीय स्कूलों के बच्चों को ठंड से राहत दिलाने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग की कवायद तेज हो गई है। लेकिन पहली बार टेंडर प्रक्रिया में मात खाया विभाग वितरण प्रक्रिया में पूरी पारदर्शिता बरत रहा हैं।
टेंडर प्रक्रिया के बाद स्वेटर की आपूर्ति शुरू हो गई है। लेकिन स्वेटर के सैंपल की जांच लैब से कराने के बाद ही आपूर्तिकर्ता को भुगतान किया जाएगा। गुणवत्ता में कमी पाए जाने पर कटौती की जाएगी। प्रशासन की इस सख्ती से परिषदीय विद्यालयों के जिम्मेदारानों के बीच हड़कंप मचा हुआ है।
जिले में कुल 3250 परिषदीय विद्यालय हैं। जिसमें 2267 प्राथमिक एवं 938 जूनियर स्तर के विद्यालय हैं। पंजीकृत कुल 2,93,830 बच्चों को स्वेटर वितरित करने लिए ई-टेडरिग हुई थी। 13 में से एक वेंडर को स्वेटर आपूर्ति की जिम्मेदारी मिली है।जिनके द्वारा अब तक 80 फीसद की आपूर्ति की जा चुकी है। विद्यालयों में वितरण के लिए स्वेटर भेजा जा रहा है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अंबरीष कुमार ने बताया कि स्वेटर की आपूर्ति हो रही है। स्थानीय स्तर पर संबंधित एसडीएम, खंड शिक्षा अधिकारी व बीडीओ को जांच अधिकारी नामित किया गया है। स्वेटर के नमूनों के अनुसार आपूर्ति में कोई अंतर नहीं होगा। गुणवत्ता का पूरा ध्यान दिया जाएगा। यदि किसी प्रकार की कमी मिली तो आपूर्तिकर्ता के भुगतान से कटौती की जाएगी।