गांजा तस्करी की रीढ़ बनीं पर्दानशीं, कई प्रांतों में फैला जाल
राकेश श्रीवास्तव आजमगढ़ वातानुकूलित बसों में परफ्यूम वाली पर्दानशीं युवतियां सफर कर रही
राकेश श्रीवास्तव, आजमगढ़ : वातानुकूलित बसों में परफ्यूम वाली पर्दानशीं युवतियां सफर कर रहीं तो सावधान हो जाइए। पर्दानशीं युवतियां इन दिनों बड़ी तादाद में गांजा की तस्करी को अंजाम दे रही हैं। उन्हें गांजा की गंध सलाखों के पीछे न पहुंचा दे, इसके लिए कपड़ों संग बैग पर भी परफ्यूम स्प्रे करती रहती हैं। उड़ीसा के तस्कर दिल्ली प्रांत में युवतियों तो पूर्वांचल में सफेदपोशों के दम पर अपनी जड़ें जमा रहे हैं। साढ़े 16 क्विटल गांजा संग पकड़े गए अंबेडकर नगर के तस्कर रामजनम से पूछताछ में सामने आई सच्चाई के बाद पुलिस की नींद उड़ी हुई है।
अंबेडकर नगर के होटलों में ठहरती हैं
गांजा तस्करी से जुड़ीं युवतियां अंबेडकर नगर एक प्रसिद्ध स्थल पर दर्शन के बहाने पहुंचती हैं। उनके रात में होटल में ठहरने का इंतजाम स्थानीय तस्कर करते हैं। दूसरे दिन दो बैग में 30-30 किलो गांजा भरकर टेंपो से बूढ़नपुर में पहुंचती हैं। वहां से लक्जरी बसों से दिल्ली में जा पहुंचती हैं। लक्जरी बसों की चेकिग प्रचलन में नहीं होने से गांजा तस्करी का कारोबार तेजी से पांव पसार रहा है। युवतियों के परफ्यूम को उनका फैशन समझ कोई उनके ऊपर शक भी नहीं करता है।
----------------------
उड़ीसा के तस्करों का दायरा आजमगढ़
उड़ीसा के गांजा तस्करों का दायरा आजमगढ़ तक ही है। पहले से निर्धारित स्थान पर गांजे की खेप पहुंचाने व उड़ीसा के तस्कर से बात कराने के बाद चालक लौट जाते हैं। पुलिस की पकड़ से दूर रहें, इसके लिए सिम भी तोड़ डालते हैं। उसके बाद आजमगढ़ के तस्कर गांजे को पूर्वांचल के कई जिलों संग दिल्ली प्रांत तक में भेजते हैं।
पूर्वांचल में गहरी हैं तस्करों की जड़ें
गांजा तस्करों की जड़ें पूर्वांचल में गहरी हैं। साढ़े 16 क्विटल गाजा संग धरा गया रामजनम तो मादक तस्करी का नमूना मात्र है। उसके जैसे कई तस्कर गांजा के खेप की आपूर्ति से जुड़े हैं। मोटी कमाई होने से पुलिस की कार्रवाई का भी तस्करों पर कोई असर नहीं है। पर्दे के पीछे बैठे सफेदपोश इन्हें जेल से छुड़ाने तथा जेल में रहने के दौरान इनके घरों पर खर्च पहुंचाने तक की जिम्मेदारी उठाते हैं।
वर्जन :
अंबेडकर नगर के तस्कर रामजनम से पूछताछ में कई महत्वपूर्ण जानकारियां सामने आईं हैं। युवतियों के तस्करी में लिप्त होने और एसी बसों के इस्तेमाल की सूचनाएं नईं हैं। मादक तस्करों के तिलस्म तोड़ने की दिशा में प्रयास किया जाएगा।
सुभाष चंद्र दुबे, डीआइजी।