बेसहारा पशुओं की रिपोर्ट तैयार करेंगे पंचायत सहायक व सचिव
- जिम्मेदारी -रजिस्टर पर संरक्षित किए जाने वाले पशुओं की दर्ज करनी होगी डिटेल -लापरवाह
- जिम्मेदारी
-रजिस्टर पर संरक्षित किए जाने वाले पशुओं की दर्ज करनी होगी डिटेल
-लापरवाही पर उत्तरदायित्व निर्धारित करके होगी कार्रवाई
जागरण संवाददाता, आजमगढ़: गोश्रय स्थलों में संरक्षित पशुओं के रिपोर्ट तैयार करने की जिम्मेदारी अब ग्राम पंचायत सहायक एवं सचिवों को दी गई है। रिपोर्ट में लापरवाही मिली तो संबंधित की जिम्मेदारी तय की जाएगी।
मुख्य विकास अधिकारी आनंद कुमार शुक्ला ने बताया कि सभी ग्राम पंयायत सहायक एवं सचिवों को निर्देशित किया गया है कि वे अपने-अपने क्षेत्र में स्थित गो-आश्रय स्थलों में संरक्षित पशुओं के रिकार्ड के लिए एक रजिस्टर बनाएंगे। जिसमें अब तक और प्रतिदिन संरक्षित होने वाले पशुओं की संख्या सहित अन्य जानकारी अंकित करेंगे। कान में टैगिग के साथ संरक्षित पशुओं की देखरेख कैसे हो रही है, उसकी भी रिपोर्ट प्रतिदिन मुख्य पशु चिकित्साधिकारी देंगे। उन्होंने बताया कि जिले की सभी 278 न्याय पंचायतों में अस्थाई गोआश्रय स्थल बनाने की प्रक्रिया चल रही है। इसमें अब तक 40 न्याय पंचायतों में कार्य पूर्ण हो चुका है, जबकि 60 का निर्माण प्रगति पर है।
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घूम रहे बेसहारा पशुओं की इस नंबर पर दें सूचना::::
यदि कहीं ग्राम पंचायत या नगर निकाय में बेसहारा पशु घूमते हुए दिखाई दें तो उसकी सूचना सीवीओ के व्यक्तिगत मो.नं. 9450616986 पर दें, जिससे पशुओं को संरक्षित किया जा सके और किसानों के फसल के नुकसान को रोका जा सके और सड़कों व रास्तों में होने वाली दुर्घटनाओं से निजात पाई जा सके।