मैथ व पर्यावरण ने किया परेशान, हिदी ने दी राहत
जासं आजमगढ़ उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा-2019 (यूपी टीईटी) में परीक्षार्थियों को गणित व पर्यावरण ने परेशान किया तो हिदी से थोड़ी राहत मिली। परीक्षा विशेषज्ञों व छात्रों ने हिदी के पेपर को सामान्य बताया। परीक्षा समाप्त होने के बाद केंद्र से बाहर निकल रहे छात्र एक-दूसरे से प्रश्न पूछते व उत्तर बताते नजर आ रहे थे।
जासं, आजमगढ़ : उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा-2019 (यूपी टीईटी) में परीक्षार्थियों को गणित व पर्यावरण ने परेशान किया, तो हिदी से थोड़ी राहत मिली। परीक्षार्थियों ने हिदी के पेपर को सामान्य बताया। केंद्र से बाहर निकल रहे छात्र एक-दूसरे से प्रश्न पूछते व उत्तर बताते नजर आए।
जिले में बुधवार को टीईटी परीक्षा प्रथम पाली में 74 और द्वितीय पाली में 33 केंद्रों में हुई। परीक्षार्थियों की कड़ाई से जांच हो रही थी। सेंटर के बाहर दीवार पर घड़ी लगी थी। ठीक 10 बजे घंटी बजी और गेट बंद हो गया। प्रथम पाली (प्राथमिक स्तर) सुबह 10 बजे से 12. 30 बजे तक और द्वितीय पाली में (उच्च प्राथमिक स्तर) अपराह्न 2.30 बजे से शाम पांच बजे तक हुई। परीक्षा में 150 प्रश्न पांच सेक्शनों से संबंधित रहें। जिसमें बाल विकास एवं अभिज्ञान, भाषा-एक (हिन्दी), भाषा-दो (अंग्रेजी, संस्कृत अथवा उर्दू), गणित, पर्यावरणीय शिक्षा आदि प्रश्न पूछे गए थे।
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इन विषयों से इतने अंक के पूछे गए थे प्रश्न::
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विषय - प्रश्नों की संख्या अंक
बाल विकास एवं अध्यापन - 30 प्रश्न (30 अंक)
गणित - 30 प्रश्न (30 अंक)
भाषा - 1 (हिन्दी) - 30 प्रश्न (30 अंक)
भाषा - 2 (अंग्रे•ाी, उर्दू, संस्कृत में से कोई एक) - 30 प्रश्न (30 अंक)
पर्यावरण अध्ययन - 30 प्रश्न (30 अंक)
कुल - 150
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बोले टीईटी के परीक्षार्थी::::
... मैथ के प्रश्न कठिन रहे प्रश्न बहुत कठिन नहीं थे, लेकिन हल करने में अधिक समय लग रहा था। तीनों पत्रों में गणित के प्रश्न सबसे कठिन थे। वैसे बीते वर्ष की तुलना में प्रश्न आसान थे। प्रश्न सामान्य फार्मूला पर व कैलकुलेशन पर आधारित थे। - सोनू मौर्य, अतरौलिया।
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सबसे आसान रही हिदी पिछली बार भी मैने पेपर दिया था। पहले की अपेक्षा इस बार सबसे आसान प्रश्न हिदी से पूछे गए थे। बीते वर्ष भी इसी तरह के प्रश्न थे। इस बार प्रश्न कैलकुलेटिव से अधिक थ्योरिटिकल थे। प्रश्न सॉल्व होने में समय नहीं लगना था। एनसीआरटी से भी अधिक प्रश्न पूछे गए थे। - विनीता सिंह, अतरौलिया।
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कैलकुलेशन पर अधिक आधारित थे प्रश्न मैथ में बीते वर्ष की तुलना में इस वर्ष के प्रश्न आसान थे। यहां थ्योरी की तुलना में प्रश्न कैलकुलेशन पर अधिक आधारित थे। 30 प्रश्नों में 19 प्रश्न बारहवीं से तो 11 प्रश्न ग्यारहवीं के सिलेबस से पूछा गया था। टॉपिक के आकार और स्थानिक समझ, हमारे चारों ओर विद्यमान ठोस पदार्थ से संबंधित प्रश्न पूछे गए थे। - दीपक दुबे, गंभीरपुर बेलऊं।
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सभी प्रश्न सिलेबस से थे पिछली बार मैने प्री परीक्षा दी थी। पिछली बार के अपेक्षा इस बार मैथ कैलकुलेटिव था। काफी टप रहा सबसे अधिक समय भी मैथ ने लिया। अच्छी बात यह थी कि सभी प्रश्न सिलेबस से थे और सभी टॉपिकों को टच किया गया था। - आदर्श कुमार, रानी की सराय।
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हिदी रही सबसे सरल
दूसरी बार पेपर दी हूं। इस बार पेपर अच्छा गया है। मैथ व पर्यावरण ज्याद टप आया था लेकिन हिदी सरल थी। लोगों को गणित में अधिक जूझना पड़ा। एनसीआरटी से भी अधिक प्रश्न पूछे गए थे। - सरिता श्रीवास्तव, लालगंज।