बीडीओ, प्रधान व ग्राम पंचायत सचिव को नोटिस
-जिलाधिकारी सख्त -जूम एप से गोशाला की स्थिति की जानकारी में शामिल न होने पर कार्रवाई के
-जिलाधिकारी सख्त:::
-जूम एप से गोशाला की स्थिति की जानकारी में शामिल न होने पर कार्रवाई के निर्देश
-संरक्षित पशुओं को ठंड से बचाव को जलते रहना चाहिए अलाव
-केंद्र प्रभारी व आमजन से संवाद कर समस्याओं की ली जानकारी
जागरण संवाददाता, आजमगढ़: डीएम अमृत त्रिपाठी ने बुधवार को पुरानी जेल के पीछे स्थित गो-आश्रय स्थल के आकस्मिक निरीक्षण में संरक्षित पशुओं की स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने जूम एप के माध्यम से जिले की अन्य गोशाला से जुड़कर वहां की स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त की। ब्लाक ठेकमा के इरनी गोशाला पर उपस्थित पशु चिकित्सक ने अवगत कराया गया कि रात में चौकीदार नहीं रहते हैं। डीएम ने खंड विकास अधिकारी, ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत अधिकारी के उपस्थित न होने पर पशु चिकित्सक को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि पशुओं को ठंड से बचाव के लिए निरंतर अलाव जलते रहना चाहिए।
जिलाधिकारी ने जूम एप के माध्यम से केंद्र प्रभारी एवं आमजन से संवाद स्थापित कर समस्याओं को संज्ञान में लेकर आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए। किसानों से बेसहारा पशुओं के बारे में पूछा। किसानों ने अवगत कराया कि अन्य जनपदों से लोग पशुओं को लाकर छोड़ देते हैं। इससे पूर्व जिलाधिकारी ने मंगलवार को देर शाम जहानागंज ब्लाक के भोपतपुर गांव स्थित अस्थाई गो-आश्रय स्थल का निरीक्षण किया। सीवीओ डा. वीरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि यहां पर कुल 71 पशु संरक्षित है। डीएम ने एसडीएम सदर जेआर चौधरी को निर्देश दिया कि संबंधित क्षेत्र के लेखपाल से सरकार की सहभागिता योजना के अंतर्गत कम से कम 10 गोवंश को ग्राम प्रधान को गोद दिलाएं। इस मौके पर संबंधित विभागों के अधिकारी थे।