सुनिए, रुकिए और जरूरी हो तभी जाइए
जागरण संवाददाता मार्टीनगंज (आजमगढ़) तहसील मुख्यालय की बाजार से लौटने वाले एक-दूसरे को सलाह दे रहे हैं कि बहुत जरूरी तो तभी बाजार जाएं वरना नहीं। यह स्थित हल्की सी बारिश के बाद बन गई है। जलनिकासी की व्यवस्था न होने से बाजार की सड़कें पानी में डूब गई हैं। आसपास के गांवों से आने वाले लोग बाजार आने से कतरा रहे हैं। लगभग एक किलोमीटर तक जलभराव की समस्या
जासं, मार्टीनगंज (आजमगढ़) : तहसील मुख्यालय की बाजार से लौटने वाले एक-दूसरे को सलाह दे रहे हैं कि बहुत जरूरी तो तभी बाजार जाएं वरना नहीं। यह स्थित हल्की सी बारिश के बाद बन गई है। जलनिकासी की व्यवस्था न होने से बाजार की सड़कें पानी में डूब गई हैं।
आसपास के गांवों से आने वाले लोग बाजार आने से कतरा रहे हैं। लगभग एक किलोमीटर तक जलभराव की समस्या से जूझ रहे लोगों ने जिलाधिकारी, उप जिलाधिकारी, खंड विकास अधिकारी आदि के सामने प्रस्तुत होकर के प्रार्थना पत्र दिया। यहां तक कि बड़े नेताओं से फोन भी करवाया लेकिन समस्या का निदान नहीं हो सका। बाजार की स्थापना के बाद से ही यहां जलनिकासी की व्यवस्था नहीं की गई। इस संबंध में ग्राम प्रधान सूर्यनाथ यादव का कहना है कि हमारी ग्राम सभा में बाजार आता है लेकिन इतना बड़ा बजट नहीं आता कि बाजार में तीन किलोमीटर नाला का निर्माण करवा सकें। वैकल्पिक व्यवस्था के तहत हर वर्ष जेसीबी से खोदाई कराकर पानी निकालने की व्यवस्था करते हैं।