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मैरेज हाल छोड़ शादी के लिए पकड़ रहे मंदिर की राह

जागरण संवाददाता आजमगढ़ इसे प्रशासन का खौफ कहें अथवा कोरोना से बचने की कोशिश कि लोग

By JagranEdited By: Published: Thu, 29 Apr 2021 12:18 AM (IST)Updated: Thu, 29 Apr 2021 12:18 AM (IST)
मैरेज हाल छोड़ शादी के लिए पकड़ रहे मंदिर की राह
मैरेज हाल छोड़ शादी के लिए पकड़ रहे मंदिर की राह

जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : इसे प्रशासन का खौफ कहें अथवा कोरोना से बचने की कोशिश कि लोग वैवाहिक कार्यक्रम के लिए मंदिरों की राह पकड़ने लगे हैं। मैरेज हाल और टेंट हाउस की बुकिग करा चुके लोगों ने उसे कैंसिल कराना शुरू कर दिया है। डीजे का भी वही हाल है।

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शहर में सौ लोग टेंट का कारोबार करते हैं और लगभग सभी का वही हाल है। यही स्थिति शहर के लगभग 40 मैरेज हाल का है। एक सप्ताह पहले तक जो मैरेज हाल वाले कह रहे थे कि बुकिग हो चुकी है वह अपने परिचितों के यहां फोन कर बता रहे हैं कि चाहिए तो ले लीजिए, जो देना होगा दे दीजिएगा। इसके पीछे कारण साफ है और वह यह कि कोरोना के पलटवार से लोग सहमे हुए हैं और खुद नहीं चाहते कि भीड़भाड़ हो। जिसने एक हजार लोगों के भोजन का एस्टीमेट तैयार किया था उसने चार सौ कर दिया। जिन्होंने सौ बराती ले जाने की सोची थी उसने नात-रिश्तेदारों को छोड़ बाकी को बहू भोज का कार्ड भेजना मुनासिब समझा है। शहर के एक व्यापारी ने बताया कि बेटे की शादी पिछले वर्ष ही तय थी लेकिन लॉकडाउन लग गया तो कैंसिल कर दिया। अबकी तारीख पक्की हुई तो शनिवार और रविवार को कोरोना क‌र्फ्यू लागू हो गया। चूंकि शनिवार को ही शादी होनी थी सो उसे टालना संभव नहीं था इसलिए मंदिर से शादी कर दिया। इससे दोनों पक्षों की इज्जज बची रह गई और कोरोना गाइडलाइन का पालन भी हो गया।

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एक सप्ताह से कैंसिल हो रही बुकिग

आजमगढ़ : टेंट के बड़े कारोबारी सतनाम सिंह कहते हैं कि इस सीजन में लगभग 50 लोगों ने बुकिग कराई थी लेकिन एक सप्ताह पहले से बुकिग कैंसिल करने के लिए फोन आने लगे हैं। अब तक 25 लोगों ने बुकिग को कैंसिल किया है। इससे कारोबार पर संकट मंडरा रहा है। पिछले वर्ष भी कारोबार पर लॉकडाउन की मार पड़ी थी और अबकी कोरोना के पलटवार का असर साफ दिख रहा है।

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लगन में मगन थे पर अब मिल रही मायूसी

जागरण संवाददाता, मेंहनगर (आजमगढ़) : विवाह मुहूर्त टलने से इससे जुड़े सभी व्यवसाय पर असर पड़ रहा है। क्षेत्र के टेंट व्यवसायी संतोष यादव, अंग्रजी बाजा वाले एकलाख अहमद, डीजे से व्यवसाय से जुड़े विजय, हलवाई बदन का कहना है कि पहले लगन की कमाई से पूरे साल खर्च चलता था लेकिन इस बार व्यवसाय चरमरा गया है। इस तरह के व्यवसाय से जुड़े लोगों कहना है कि 80 फीसद तक बुकिग कैंसिल हो चुकी है।


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