झंगड़गंज रिग बांध से रिसाव शुरू, कटने का खतरा बढ़ा
बनबसा बैराज से चार दिन पूर्व सात लाख क्यूसेक पानी छोड़े
जागरण संवाददाता, रौनापार (आजमगढ़): बनबसा बैराज से चार दिन पूर्व सात लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से घाघरा नदी उफान पर है। बदरहुवा के पास नदी खतरे के निशान पर पहुंच गई है। डिघिया नाले पर नदी खतरा बिदु से 59 सेंटीमीटर ऊपर 70.99 सेमी पर बह रही है। इससे देवारावासियों की धड़कनें तेज हो गई हैं। कई गांवों में पानी घुस गया है। मार्ग जलमग्न हो गए हैं। इससे ग्रामीणों की दुश्वारियां बढ़ गई है। आधा दर्जन जगहों पर कटान तेज हो गई है। झंगड़गंज रिग बाध पर रिसाव शुरू होने से उसके कटने का खतरा बढ़ गया है। ग्रामीण खुद तरह-तरह से प्रयास कर रहे हैं, जबकि प्रशासनिक स्तर पर बाढ़ से बचाव के कोई सार्थक कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।
पहाड़ी इलाकों में हो रही लगातार बारिश के कारण बनबसा बैराज से बुधवार और गुरुवार दो दिनों में पानी घाघरा में छोड़ा गया था। इसका असर पिछले दो दिनों से देखने को मिल रहा है। नदी का जलस्तर अनवरत बढ़ रहा है। शनिवार को बदरहुआ नाले के पास नदी का जलस्तर आठ सेंटीमीटर बढ़कर खतरा बिदु 71.68 सेमी पर पहुंच गया। पानी भरने से बेलहिया डाला से अजगरा मार्ग, मानिकपुर से मानिकपुर नई बस्ती सौनौरा संपर्क मार्ग सहित कई अन्य मार्गों पर पानी जमा हो गया है। देवारा खास राजा, रोशनगंज, चक्की हाजीपुर, अचल नगर, शिवपुर आदि गांव में पानी घुस गया है। ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बगहवां मे 20 घर पानी से घिर गए हैं। मकान भी कटान की जद में आ गए हैं। पानी बढ़ने के साथ ही देवारा के लोगों की दुश्वारियां बढ़ने लगी है लेकिन प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां अभी केवल कागजों में ही दिखाई दे रही हैं।