चार तहसीलों के पदाधिकारियों सहित और 20 लेखपाल निलंबित
आजमगढ़ आठ सूची मांगों को लेकर लेखपाल अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। इनके हड़ताल के कारण राजस्व कार्य प्रभावित है तो हड़ताली लेखपालों के खिलाफ जिला प्रशासन की कार्रवाई जारी है। चार तहसीलों के अध्यक्ष मंत्री उपाध्यक्ष कोषाध्यक्ष सहित 20 लेखपालों को निलंबित कर दिया गया है। जबकि 233 लेखपालों का वेतन रोकते हुए इनकी सेवा ब्रेक कर दी है और 675 लेखपालों को कारण बताओ नोटिस जारी की गई है। उधर कार्रवाई के भय से 32 लेखपाल हड़ताल से वितरत हैं।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : आठ सूची मांगों को लेकर लेखपाल अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। इनके हड़ताल के कारण राजस्व कार्य प्रभावित है, तो हड़ताली लेखपालों के खिलाफ जिला प्रशासन की कार्रवाई जारी है। चार तहसीलों के अध्यक्ष, मंत्री, उपाध्यक्ष, कोषाध्यक्ष सहित 20 लेखपालों को निलंबित कर दिया गया है। जबकि 233 लेखपालों का वेतन रोकते हुए इनकी सेवा ब्रेक कर दी है और 675 लेखपालों को कारण बताओ नोटिस जारी की गई है। उधर, कार्रवाई के भय से 32 लेखपाल हड़ताल से विरत हैं।
लेखपाल संघ के जिन पदाधिकारियों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है। उसमें तहसील मेंहनगर के अध्यक्ष राधेश्याम यादव, मंत्री सुरजीत कुमार यादव, कोषाध्यक्ष कृष्णचंद, तहसील लालगंज के अध्यक्ष अशोक कुमार यादव, मंत्री सौरभ कुमार उपाध्याय, तहसील सगड़ी के अध्यक्ष उत्तम कुमार व मंत्री अरुण कुमार गुप्ता और तहसील फूलपुर के अध्यक्ष शकील अहमद व मंत्री शिवशंकर सिंह शामिल हैं। मुख्य राजस्व अधिकारी हरीशंकर ने बताया कि जिले की आठ तहसीलों में कुल 799 लेखपाल हैं। जिसमें 767 लेखपाल हड़ताल पर हैं। तहसील सदर के 139 में 129, सगड़ी के 128 में 126, निजामाबाद के 95 में 92, फूलपुर के 94 में 92, बूढ़नपुर के 107 में 104, मेंहनगर के 72 में 72, लालगंज के 101 में 92 और तहसील मार्टीनगंज के 63 में 60 लेखपाल हड़ताल पर हैं। जिन लेखपालों की सेवा ब्रेक की गई है, उसमें तहसील सदर के 129 और तहसील बूढ़नपुर के 104 लेखपाल शामिल हैं। सोमवार को निलंबित किए गए लेखपालों में तहसील लालगंज के 10 मेंहनगर, मेंहनगर के छह और तहसील सगड़ी के दो लेखपाल शामिल हैं।