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महिला शिक्षा में इंटरनेट का महत्वपूर्ण योगदान

आजमगढ़): मौलाना आजाद इंटर कालेज अंजान शहीद में सोमवार को जश्न-ए- ¨जदगी एवं नारीत्व गौरव सम्मान कार्यक्रम का आयोजन में ' मैं कुछ भी कर सकती हूं' शीर्षक के तहत नारी सशक्तीकरण पर किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ पुलवामा में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देने के साथ पूर्व राज्य सभा सांसद व सिने तारिका शबाना आजमी ने किया। कालेज के छात्रों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमो की मोहक प्रस्तुतियां दी। टॉपर छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया गया और 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' दूरदर्शन पर चलने वाले धारावाहिक का प्रोमो जारी किया गया। इस दौरान सिने तारिका अपने को रोक नहीं सकीं और छात्राओं के साथ मंच पर थिरकीं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 18 Feb 2019 09:50 PM (IST)Updated: Tue, 19 Feb 2019 12:51 AM (IST)
महिला शिक्षा में इंटरनेट का महत्वपूर्ण योगदान
महिला शिक्षा में इंटरनेट का महत्वपूर्ण योगदान

आजमगढ़ : मौलाना आजाद इंटर कालेज अंजान शहीद में सोमवार को जश्न-ए-¨जदगी एवं नारीत्व गौरव सम्मान कार्यक्रम का आयोजन में 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' शीर्षक के तहत नारी सशक्तीकरण पर किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ पुलवामा में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देने के साथ पूर्व राज्य सभा सांसद व सिने तारिका शबाना आजमी ने किया। कालेज के छात्रों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की मोहक प्रस्तुतियां दी। टॉपर छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया गया और 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' दूरदर्शन पर चलने वाले धारावाहिक का प्रोमो जारी किया गया। इस दौरान सिनेतारिका अपने को रोक नहीं सकीं और छात्राओं के साथ मंच पर थिरकीं।

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सिनेतारिका ने कहा कि महिलाओं को आगे बढ़ने के लिए शिक्षा महत्वपूर्ण है जिसे आगे बढ़ाने में इंटरनेट एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। कहा कि नारी सशक्तीकरण से महिलाओं में बदलाव देखा जा रहा है। कहा कि बचपन में हमारे माता-पिता के पास पैसे नहीं थे और मैं कुछ भी कर सकती हूं से मैंने सोच बदली। माता-पिता को लड़की-लड़का में फर्क नहीं करने चाहिए, बल्कि समान भाव से दोनों को देखना चाहिए। कहा कि भारत में बहुत बदलाव आया है मीलों सफर तय किया है और अभी मीलों सफर तय करना है। कहा कि आज भी लड़कियों को गर्भ में मार दिया जा रहा है, ऐसी सोच बदलनी होगी। लड़की को लड़के के बराबर साधन देना चाहिए। साथ ही बेटे को ऐसी परवरिश दें कि लड़की को भी बराबर का हक दे तभी समाज आगे बढ़ेगा। बहू को बेटी के समान समझे तभी समाज मे बदलाव आएगा। मेजवां के कपड़े पहन रहीं फिल्मी हस्तियां

सिनेतारिका शबाना आजमी ने नारी सशक्तीकरण की मिसाल देते हुए कहा कि मेजवां में जो लड़कियां कपड़े बना रही हैं वह मुंबई की फिल्मी हस्तियां अमिताभ बच्चन से लेकर प्रियंका चोपड़ा, शाहरुख खान तक पहन रहे हैं। इससे लड़कियों की कमाई बढ़ी और बदलाव आया है। हरिहरपुर घराने के शंभूनाथ मिश्र और पूर्णिमा उपाध्याय ने शास्त्रीय संगीत एवं सपना बनर्जी और शाह आलम सांवरिया ने संगीत प्रस्तुत किया। संचालन सीमा भारतीय ने किया। इस मौके पर प्रबंधक मिर्जा आरिफ बेग, पूनम मुरटेजा, पूजा मुरादा, प्रधानाचार्य मो. शाहेदीन, प्रवीण ¨सह आदि थे।


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