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पांच एंबुलेंस चालक टर्मिनेट, दर्ज केस

जागरण संवाददाता बलरामपुर (आजमगढ़) सरकार की सख्ती के साथ ही प्रशासन की एंट्री से एंबुल

By JagranEdited By: Published: Wed, 28 Jul 2021 06:21 PM (IST)Updated: Wed, 28 Jul 2021 06:21 PM (IST)
पांच एंबुलेंस चालक टर्मिनेट, दर्ज केस
पांच एंबुलेंस चालक टर्मिनेट, दर्ज केस

जागरण संवाददाता, बलरामपुर (आजमगढ़) : सरकार की सख्ती के साथ ही प्रशासन की एंट्री से एंबुलेंस कर्मियों के हड़ताल की पटकथा बदल गई। सीएमओ ने एंबुलेंस की स्टेयरिग रोडवेज चालकों के हाथ सौंप दी। आंदोलनकारियों ने विरोध जताया तो एंबुलेंस के पांच चालकों (नेतृत्वकर्ता) के खिलाफ केस दर्ज कराते हुए उन्हें नौकरी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। पहले दिन 20 चालक एंबुलेंस लेकर सड़कों पर रफ्तार भरे तो मामूली ही सही लेकिन लोगों ने राहत जरूर महसूस की।

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मान-मनौव्वल के बाद दिखाई सख्ती

एसपी सुधीर कुमार सिंह मंगलवार की देर रात 11 बजे भवरनाथ चौराहे के निकट उस स्थान पर जा पहुंचे, जहां आंदोलनकारी सरकारी एंबुलेंस खड़ी किए थे। वहां पहले से सीएमओ मातहत अधिकारियों के साथ मौजूद रहे। आंदोलनकारियों से पहले बेहतर माहौल में बातचीत की कोशिश की गई। उन्हें बताया गया कि किस तरह उनके आंदोलन से लोगों को पीड़ा सहनी पड़ रही है। मान-मनौव्वल के बाद भी बात नहीं बनी तो प्रशासन ने आधी रात बाद एंबुलेंस को पुलिस लाइंस में खड़ी करा दी।

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सीएमओ की आरएम ने सुनी, दिए चालक

एंबुलेंस मिली तो चालक के बंदोबस्त की मुश्किल उठ खड़ी हुई। सीएमओ ने रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक से बात की तो बुधवार की सुबह 20 चालक पुलिस लाइंस पहुंच आए। वहां एंबुलेंस की चाबी सौंपते हुए उन्हें नई जिम्मेदारियों के बारे में बताकर सड़कों पर सेवाएं शुरू करने को भेजा गया।

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इनके खिलाफ दर्ज हुए मुकदमे

स्वास्थ्य प्रशासन की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने जीवन दायिनी स्वास्थ्य विभाग 108, 102 एंबुलेंस कर्मचारी संघ आजमगढ़ के अध्यक्ष राजीव शर्मा, महामंत्री प्रभात सिंह, जिला प्रवक्का रामअशीष यादव, सचिव धर्मेंद्र यादव, उपाध्यक्ष सोमव्रत यादव के खिलाफ केस दर्ज करते हुए उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया। इसके साथ ही उनकी फिर से एंबुलेंस चलाने की उम्मीद भी खत्म हो गई।

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आंदोलनकारियों को मनाने की कोशिश नाकाम होने पर विकल्प तलाशना पड़ा। चालक अपनी मांगों पर अड़े हुए थे। ऐसे में आंदोलन का नेतृत्व कर रहे पांच आंदोलनकारियों के खिलाफ केस दर्ज कराकर उन्हें नौकरी से टर्मिनेट कर दिया गया है। फिलहाल रोडवेज चालकों के हाथ एंबुलेंस की स्टेयरिग सौंपी गई है। आगे की व्यवस्था भी जल्द की जाएगी। '

डा. इंद्र नारायण तिवारी, सीएमओ।


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