-गौरीशंकर घाट के रंग-रोगन का काम पूरा
जागरण संवाददाता आजमगढ़ छठ पूजा के लिए बुधवार को सबसे बेहतर व्यवस्था गौरीशंकर घाट प
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : छठ पूजा के लिए बुधवार को सबसे बेहतर व्यवस्था गौरीशंकर घाट पर दिखी। यहां पूजा के लिए घाट लगभग तैयार हो चुका है। सीढि़यों की धुलाई के बाद रंगाई-पोताई भी लगभग पूरी हो चुकी है। वहीं कदम घाट पर पूजा समिति के कार्यकर्ता घाट पर लाइटिग का काम कर रहे हैं। पक्के घाट की सफाई के साथ अगल-बगल के हिस्से में सीढ़ीनुमा बनाकर पूजा की व्यवस्था की जा रही है। सफाई के लिए नगर पालिका प्रशासन ने भी कर्मचारियों को घाटों पर उतार दिया है। घाटों पर पूजा समितियों की ओर से भीड़ को देखते हुए कंट्रोल रूम भी बनाया जाएगा।
बाढ़ के बाद घाटों पर दलदल, मुश्किल से बनेगी वेदी
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : छठ पूजा के लिए सिधारी पर नया और पुराना घाट पर बेदी का निर्माण शुरू हो गया है तो शाही पुल के पास, गोदामघाट, राजघाट पर भी इस काम में तेजी दिखी।
शहर के सिधारी, कदम घाट, गौरीशंकर घाट, दलाल घाट, भोला घाट, बलुअहा घाट, मोहटी, राजघाट, नरौली घाट, शाहीपुल आदि घाटों के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में सरोवरों के किनारे भी छठ की बेदी बनाई जाती है। तमसा नदी में इस बार बाढ़ आने के कारण किनारे की भूमि दलदली हो गई है। गौरीशंकर, कदमघाट घाट पर हमेशा सबसे पहले बेदी बनाने का काम शुरू हो जाता था लेकिन इस बार यहां की गति धीमी ही नहीं, बल्कि अभी बनना ही शुरू नहीं हो सका है।
फल की दुकानों पर अभी सन्नाटा
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : छठ के महापर्व को देखते हुए शहर से लेकर गांव तक की बाजारों में फल व पूजा सामग्री की दुकानें सजने लगी हैं। हालांकि अभी फल की दुकानों पर वह रौनक नहीं दिख रही है जो दिखनी चाहिए। दुकानों पर ग्राहकों के पहुंचने का क्रम तो शुरू हो गया है लेकिन उनकी संख्या अभी काफी कम है। कारण कि यहां एक दिनी व्रत रखने वालों की संख्या ज्यादा है और ऐसे लोग एक दिन पहले खरीदारी को निकलते हैं। इस बार बाहर से आने वाले फलों के दाम में वृद्धि का अनुमान है। चौक पर फल की दुकान करने वाले केदार सोनकर ने बताया कि वैसे तो अभी फलों के दाम में बहुत अंतर नहीं है लेकिन एक दिन बाद फलों के दाम बढ़ सकते हैं। अभी बाजारों में सभी फलों की आमद भी नहीं हो सकी है। फिर भी नारियल, संतरा, मोसम्मी, नाशपाती, अनानास, अंगूर, कच्ची अदरक और कच्ची हल्दी के दाम में वृद्धि का अनुमान है।