अभिलेखों में हेराफेरी, बाढ़ खंड की भूमि करा ली अपने नाम
आजमगढ़ कूटरचित दस्तावेजों के आधार बाढ़ खंड कार्यालय की करोड़ों रुपये भूमि अपने नाम कराने के प्रकरण में प्रशासनिक कार्रवाई तेज हो गई है। मामला प्रकाश में आने के बाद अभिलेखों की पड़ताल की जा रही है। इसके बाद वादी मुकदमा के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराया जाएगा। हालांकि अब यह प्रकरण मंडलायुक्त न्यायालय में चला गया है जहां से निरस्तीकरण की कार्रवाई संभव है।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़: कूटरचित दस्तावेजों के आधार बाढ़ खंड कार्यालय की करोड़ों रुपये की भूमि अपने नाम कराने के प्रकरण में प्रशासनिक कार्रवाई तेज हो गई है। मामला प्रकाश में आने के बाद अभिलेखों की पड़ताल की जा रही है। इसके बाद वादी मुकदमा के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई जाएगी। हालांकि अब यह प्रकरण मंडलायुक्त न्यायालय में चला गया है जहां से निरस्तीकरण की कार्रवाई संभव है।
शारदा चौराहे के करीब तमसा नदी बांध के पास बाढ़ खंड का कार्यालय बना है। खाता नंबर 109 में कई गाटा बाढ़ खंड के बांध के नाम दर्ज है। इसमें से गाटा नंबर 1214 का रकबा 0.348 एकड़ का है। गाटा में अपनी भूमि का दावा करते हुए मड़या मोहल्ले का एक परिवार 1985 से कुचक्र रच रहा था। मुकदमे के कारण बाढ़ खंड चाहते हुए भी कार्यालय का निर्माण नहीं करा पा रहा था। इसी बीच वादी मुकदमा ने एसडीएम सदर की अदालत में कूटरिचत दस्तावेज प्रस्तुत कर दिया जो अभिलेख उर्दू में था, उसका अनुवाद हिदी में करते समय नाम बदलवा कर दिया गया। एसडीएम सदर प्रशांत कुमार नायक ने बताया कि प्रकरण उच्चाधिकारियों के संज्ञान में है। मंडलायुक्त के न्यायालय में वाद दाखिल किया गया है जबकि अभिलेखों की जांच के बाद वादी मुकदमा के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई जाएगी।