धान खरीद की धीमी गति से किसान परेशान
= मेंहनगर क्षेत्र - 17 नवंबर से अब तक आठ किसानों के ही धान की हो पाई है खरीद - किसानों
= मेंहनगर क्षेत्र
- 17 नवंबर से अब तक आठ किसानों के ही धान की हो पाई है खरीद
- किसानों की जगह बिचौलिए उठा रहे सरकार की योजनाओं का लाभ जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : मेंहनगर क्षेत्र के धान क्रय केंद्रों पर धान खरीद की गति धीमी होने से किसान काफी परेशान हैं। क्षेत्र के करौती ग्राम स्थित धान क्रय केंद्र पर 17 नवंबर से खरीद जारी है, लेकिन पांच दिसंबर तक मात्र आठ किसानों के धान की खरीद हो सकी है। किसानों की जगह बिचौलिए सरकार की योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं।
प्रदेश सरकार जहां एक ओर किसानों के धान खरीदारी का दावा कर रही है, वहीं दूसरी ओर खरीदारी की गति इतनी धीमी है कि मार्च तक भी मेंहनगर क्षेत्र में संपूर्ण खरीदारी नहीं हो पाएगी। क्रय केंद्र पर मौजूद किसान राज बहादुर सिंह ने बताया कि इस स्थिति में किसान मजबूर होकर अपनी उपज को स्थानीय व्यापारियों को औने-पौने भाव में बेच देते हैं। यही व्यापारी क्रय केंद्र से सेटिग कर सरकार को बेचते हैं। इससे क्रय केंद्र के खरीद का कोटा भी पूरा हो जाता है। इस प्रकार सरकार की योजनाओं का लाभ बिचौलिए ही उठा रहे हैं। एएमओ गायत्री सिंह ने बताया कि जबसे पावर डस्टर मशीन लगी है तब से खरीद धीमी हो गई है। यह मशीन खराब धान और कचरे को अलग करती है। दामां गांव के अजय सिंह ने बताया कि पहले किसान को प्रति क्विटल 20 रुपये मजदूरी देनी होती थी, किन्तु जबसे पावर डस्टर मशीन लगी है यह मजदूरी भी 30 रुपये हो गई है। किसान राधेश्याम सिंह का कहना है कि यदि पावर डस्टर मशीन की संख्या बढ़ा दी जाए तो धान की खरीद में शीघ्रता हो सकती है। किसान नेता अंबिका सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार की किसान कल्याण की योजनाओं का वास्तविक लाभ किसानों को नहीं मिल पा रहा है। इसका लाभ वास्तविक रूप से बिचौलिए ही उठा रहे हैं। इस प्रणाली पर रोक लगाया जाना चाहिए और क्रय केंद्रों की संख्या में बढ़ोत्तरी की जानी चाहिए।