बाढ़ खंड के इंजीनियरों की सुस्ती से बारिश में होगी मुश्किल
जागरण संवाददाता सगड़ी (आजमगढ़) बारिश के दिनों में घाघरा की तबाही शायद ही इलाके के
जागरण संवाददाता सगड़ी (आजमगढ़) : बारिश के दिनों में घाघरा की तबाही शायद ही इलाके के लोग कभी भूल पाएंगे। उफनाई घाघरा में स्कूल, गांव, घर, खेती इत्यादि सबकुछ समा गए। हालात ऐसा हुए थे कि डैमेज कंट्रोल के लिए सरकार के मंत्रियों को पहुंचना पड़ा था। बाढ़ खत्म हुई तो दुश्वारियों से सरकार ने सबकी ली। इंजीनियरों को बजट एलाट किया, जिससे बारिश में फिर से दुश्वारियां मुश्किल न खड़ी करें। इंजीनियरों ने बजट का इस्तेमाल करना तो शुरू कर दिया, लेकिन काम की गति ऐसी की फिर बारिश का मौसम आकर बीत जाएगा। एसडीएम निरीक्षण को पहुंचे तो जेई को जिम्मेदार समझते हुए नाराजगी जताते हुए काम में तेजी लाने के निर्देश दिए।
उपजिलाधिकारी गौरव कुमार सगड़ी तहसील क्षेत्र के घाघरा नदी में बाढ़ से पूर्व की तैयारियों का आकलन करने पहुंचे थे। उन्होंने गांगेपुर में निर्माण हो रहे नोज की सुस्त प्रगति देख नाराज हुए। जेई को सुस्ती बरतने के लिए लताड़ लगाने के बाद काम पूरा करने की टाइम लाइन निर्धारित कर दी। हिदयात दी कि बारिश का मौसम शुरू होने से पूर्व हर हाल में घाघरा नदी के किनारे प्रस्तावित कार्य पूरे हो जाने चाहिए। सगड़ी तहसील क्षेत्र के उत्तर दिशा में बहने वाली घाघरा नदी ने पिछले वर्ष में भारी तबाही मचाई थी। किसानों की खेती योग्य भूमि के साथ-साथ उनकी खेतों में खड़ी फसल नष्ट हो गई थी। घाघरा नदी के द्वारा गांगेपुर में स्थित बांध कट जाने से घाघरा नदी का दायरा आबादी के करीब आ पहुंचा था। बाढ़ में फिर से मुश्किल न होने पाए इसके लिए तीन रोज निर्माण बाढ़खंड के द्वारा कराया जा रहा है। शासन से बाकायदा बजट भी जारी कर दिया है।लेकिन उसके बावजूद निर्माण कार्य पूरा नहीं किया जा सका है। उन दिनों घाघरा की तबाही के बाद एक्सईएन भी निलंबित हुए थे। नए एक्सईएन आए तो उम्मीद जगी, लेकिन काम की सुस्त गति उनके काम के प्रति रवैये को दर्शती जरूर है। उपजिलाधिकारी सगड़ी गौरव कुमार, तहसीलदार बृजेन्द़ उपाध्याय, जेई जय देव वर्मा, राम विजय, संजय इत्यादि मौजूद रहे।