आधा दर्जन शिक्षकों की बर्खास्तगी तय
आजमगढ़ आगरा विश्वविद्यालय सहित विभिन्न विश्वविद्यालयों की फर्जी डिग्री लगाकर नौकरी कर रहे आधा दर्जन शिक्षकों के बर्खास्तगी का खाका लगभग तैयार कर लिया गया है। जांच में चिह्नित मिले इन शिक्षकों के सत्यापन की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। सत्यापन में इनकी डिग्री भी फर्जी मिल चुकी है। यह शिक्षक अभी भी अपने तैनाती स्थल पर नौकरी कर रहे हैं। डीएम नागेंद्र प्रसाद सिंह के कड़े रुख के बाद जांच प्रक्रिया जहां अंतिम दौर में पहुंच गई हैं वहीं फर्जीबाड़े की परत-दर-परत खुलने लगी है। इसे लेकर शुक्रवार को शिक्षा महकमें में हलचल रहा और फर्जी शिक्षक भगवान दरबार में चले गए हैं।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : आगरा विश्वविद्यालय सहित विभिन्न विश्वविद्यालयों की फर्जी डिग्री लगाकर नौकरी कर रहे आधा दर्जन शिक्षकों के बर्खास्तगी का खाका लगभग तैयार कर लिया गया है। जांच में चिह्नित मिले इन शिक्षकों के सत्यापन की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। सत्यापन में इनकी डिग्री भी फर्जी मिल चुकी है। यह शिक्षक अभी भी अपने तैनाती स्थल पर नौकरी कर रहे हैं। डीएम नागेंद्र प्रसाद सिंह के कड़े रुख के बाद जांच प्रक्रिया जहां अंतिम दौर में पहुंच गई हैं, वहीं फर्जीवाड़े की परत-दर-परत खुलने लगी है। इसे लेकर शुक्रवार को शिक्षा महकमे में हलचल रहा और फर्जी शिक्षक भगवान दरबार में चले गए हैं।
जनपद में वर्ष 2004-05, 2009-10 सहित अब तक हुई भर्तियों में तमाम अभ्यर्थियों ने आगरा विश्वविद्यालय सहित विभिन्न कालेजों से बीएड की फर्जी डिग्री लगाकर शिक्षक बन गए। इसके बाद जनपद के विभिन्न विद्यालयों में यह तैनात भी हो गए और बकायदा वेतन भुगतान भी कर रहे हैं। वर्ष 2016 में बीएसए कार्यालय द्वारा 15000 व 16448 शिक्षक भर्ती निकली थी। इसमें 15000 शिक्षक भर्ती में मेरिट कम होने की वजह से तमाम शिक्षक नियुक्ति पाने से वंचित हो गए। इसके बाद सैकड़ों अभ्यर्थियों ने विकलांग प्रमाण पत्र व फर्जी अंक पत्र के आधार पर 16448 शिक्षक भर्ती में अपनी नियुक्ति पा लिया। इन दोनों नियुक्तियों की जब शिकायत हुई तो शिक्षा विभाग की पारदर्शिता की परत-दर-परत खुलने लगी। पिछले दो सालों के रिकार्ड को खंगाला जाए तो अब तक 80 से अधिक शिक्षक फर्जी पाए गए हैं। इनकी बर्खास्तगी भी हो चुकी है। इनकी डिग्री फर्जी मिल चुकी है। विभाग की मानें तो आधा दर्जन और शिक्षक फर्जी पाए गए हैं। इनका खाका तैयार कर लिया गया है। बस, आला अफसरों के निर्देश पर इनकी बर्खास्तगी की जानी है। जल्द ही इनके बर्खास्तगी की स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। ''आधा दर्जन शिक्षकों की डिग्री का मिलान किया जा चुका है। इनकी डिग्री प्रथमदृष्टया फर्जी मिली है। इनकी पूरी तरह से तहकीकात की जा रही है। जल्द ही इनकी सेवा को समाप्त कर दिया जाएगा। अभी कई और फर्जी शिक्षक चिह्नित किए जा रहे हैं।''
-देवेंद्र कुमार पांडेय, बेसिक शिक्षा अधिकारी।