सजा छाता बाजार, पर ग्राहकों का इंतजार
- सतरंगी के साथ मिलिट्री कलर की कीमत ज्यादा - व्यापार पर लाकडाउन का भी असर दुकानदार ि
- सतरंगी के साथ मिलिट्री कलर की कीमत ज्यादा
- व्यापार पर लाकडाउन का भी असर, दुकानदार निराश
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : मानसून ने दस्तक दे दी, तो छाता के बाजार भी सज गए, लेकिन दुकानदारों के चेहरे बुझे-बुझे से दिख रहे हैं। कारण कि हमेशा की तरह से स्टाक तो मंगा लिया, लेकिन ग्राहक नहीं आ रहे हैं। इसे लाकडाउन का असर माना जा रहा है। दुकानदारों का कहना है कि दुकान खोलने का समय बढ़ाना घाटे का सौदा बन रहा है। पहले शाम छह बजे तक का समय था तो ग्राहक सुबह ही निकल लेते थे, लेकिन रात आठ बजे तक का समय होने से वह इत्मीनान से निकल रहे हैं। ग्राहक जब तक बाजार में आ रहे हैं, तब तक पुलिस के लोग घूमने लगते हैं।
चौक पर छाता और रेनकोट की दुकान करने वाले विजय ने बताया कि पहले एक दिन में एक बोरा यानी सौ छाता बिक जाता थे, लेकिन अबकी अभी तक एक बोरा की भी बिक्री नहीं हो सकी है।
बताया कि हमने रेंज पूरा मंगा लिया है। सस्ता होने के कारण ब्लैक कलर के छाते की ही बिक्री हो रहा है। इसके अलावा मिलिट्री कलर और सतरंगी छाते भी उपलब्ध हैं। इसकी कीमत ढाई सौ से ऊपर है, जबकि सामान्य ब्लैक छाता सौ से डेढ़ सौ रुपये में बिक रहा है। छाते के दाम ::::::::
-सतरंगी छाते-260 रुपये।
-मिलिट्री कलर छाते-260 रुपये।
-चेकदार छाते -280 रुपये।
-सामान्य ब्लैक कलर छाते-सौ से डेढ़ सौ रुपये।