पॉजिटिव रिपोर्ट की कराएंगे वेरीफिकेशन
आजमगढ़ मंडलीय जिला चिकित्सालय में शनिवार से कोरोना की जांच शुरू हो गई। पहले दिन एसआइसी एवं प्रभारी एसआइसी ने सैंपल देकर लैब का उद्घाटन किया। रिपोर्ट आने के बाद संदिग्ध व्यक्तियों की जांच होगी। लखनऊ से आए इंजीनियर ने कोरोना जांच मशीन को स्थापित कर दिया।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : मंडलीय जिला चिकित्सालय में शनिवार से कोरोना की जांच तो शुरू हो गई लेकिन इसका लाभ केवल अस्पताल में आने वाले मरीजों को ही मिल पाएगा। कारण कि जो मशीन लगाई गई है उससे निगेटिव रिपोर्ट तो स्पष्ट रूप से आएगी लेकिन पॉजिटिव रिर्पोट के वेरीफिकेशन के लिए पहले से तय जांच केंद्रों भेजना पड़ेगा। हां, इसका लाभ उन मरीजों को जरूर मिलेगा जिनका आपरेशन करना है। उनके पॉजिटिव-निगेटिव का फैसला डेढ़ घंटे में हो जाएगा।
पहले दिन एसआइसी एवं प्रभारी एसआइसी ने सैंपल देकर लैब का उद्घाटन किया। दोनों की रिपोर्ट निगेटिव आई। लखनऊ से आए इंजीनियर ने कोरोना जांच मशीन को स्थापित करके ट्रेनिग भी दे दी है लेकिन प्रभारी एसआइसी के अनुसार अभी दो दिन और ट्रेनिग की जरूरत महसूस की जा रही है। गौरतलब है कि जिले में कोरोना के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। लक्षण दिखने पर ऐसे व्यक्तियों का सैंपल लेकर जांच के लिए गोरखपुर मेडिकल कॉलेज भेजा जाता था। बढ़ते संक्रमण को देखते हुए शासन द्वारा मंडलीय जिला चिकित्सालय में कोरोना जांच मशीन स्थापित करने का फैसला लिया गया। मशीन एक सप्ताह से जिला अस्पताल में रखी गई थी। शनिवार को लखनऊ से आए इंजीनियर ने पैथोलॉजिस्ट अजहर सिद्दीकी, एसआइसी की देखरेख में मशीन को स्थापित कर दिया। प्रभारी एसआइसी डा. अनूप कुमार सिंह एवं क्वारंटाइन किए गए एसआइसी डा. एसकेजी सिंह ने सैंपल देकर लैब का उद्घाटन किया। प्रभारी एसआइसी डा. अनूप कुमार सिंह ने बताया कि मशीन स्थापित हो चुकी है लेकिन इसका लाभ उन लोगों को ही वास्तविक रूप से मिलेगा जिन्हें अस्पताल में आपरेशन कराना है।