अक्षय तृतीया पर भी कोरोना का ग्रहण
जागरण संवाददाता आजमगढ़ धनतेरस की तरह ही अक्षय तृतीया का भी सराफा बाजार को ब्रसब्री से इ
जागरण संवाददाता, आजमगढ़: धनतेरस की तरह ही अक्षय तृतीया का भी सराफा बाजार को ब्रसब्री से इंतजार रहता है, लेकिन इस बाद फिर कोरोना की दूसरी लहर का ग्रहण लग गया है। पिछले वर्ष लॉकडाउन के कारण अक्षय तृतीया पर दुकानें बंद थीं और वर्ष भी साप्ताहिक बंदी के कारण 17 मई तक अक्षय तृतीया पर सराफा बाजार बंद रहेगा। यही, कारण है कि छोटे से लेकर बड़े कारीगरों की भट्ठी ठंडी पड़ी है।
जिले में आनलाइन जेवर खरीदने की कोई व्यवस्था नहीं हैं। हां, यदि कोई व्यक्तिगत रूप से संपर्क करता है तो उसके घर से देने की व्यवस्था सुनिश्चित की जा सकती है, वह भी कोरोना प्रोटोकाल का पूरी तरह अनुपालन करते हुए। क्योंकि इस इस समय सबसे अधिक प्राथमिकता स्वजनों और प्रतिष्ठान पर कार्य करने वाले कर्मचारियों और कारीगरों की जिदगी कोरोना के संक्रमण से बचाने की है। पिछले 10 वर्षों में अक्षय तृतीय का जिले में चलन बढ़ा है। इस दिन तमाम ऑफर दिए जाते थे। सराफा कारोबारी भी इसके लिए काफी पहले से तैयारी करने लगते थे। जिससे अक्षय तृतीया पर ग्राहकों को दिखाने के लिए जेवर कम न हों। लेकिन इस बार तो ऐसा कहीं कुछ नहीं है। एक से शुरू होकर अब 17 मई की सुबह तक के लिए साप्ताहिक बंदी घोषित कर दी गई है। सराफा व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष अशोक अग्रवाल ने बताया कि जिस तरह 20 अप्रैल कोरोना की स्थितियां खराब होने लगी थीं। कारोबारियों ने अपनी तैयारियों की रफ्तार रोक दी। कुछ लोगों ने जरूर लाइटवेट ज्वैलरी की तैयारी की थी। पिछले वर्ष लोगों में कोरोना के दौरान भी जेवर खरीदने की उत्सुकता थी, लेकिन इस बार ऐसा देखने में नहीं आ रहा है। शायद बड़ी संख्या में लोगों के बीमार होने और अपनों के निधन की वजह से ऐसा हुआ। ज्यादातर लोगों ने अपने यहां विवाह समारोह को सर्दियों के लिए आगे बढ़ा दिया है। काफी संख्या में लोगों ने तो बिना जेवर की ही शादी की है। इस वर्ष भी कोरोना के कारण अक्षय तृतीया पर सराफा बाजार बंद रहेगा।