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गैस मूल्य वृद्धि से सब्सिडी लेने की लगी होड़

आजमगढ़ : रसोई गैस के दाम में उत्तरोत्तर वृद्धि हो रही है। ऐसे में सब्सिडी के लिए आवेदन करने वालों का रूझान बढ़ रहा है। दो माह में अब तक 100 से अधिक उपभोक्ता सब्सिडी लेने के लिए आवेदन कर चुके हैं। आवेदन करने के दस दिन के बाद खाते में सब्सिडी की धनराशि पहुंच रही है। सब्सिडी की धनराशि 455 रुपये तक पहुंच गई है। हर कोई सब्सिडी की धनराशि चाहता है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 08 Oct 2018 05:56 PM (IST)Updated: Mon, 08 Oct 2018 05:56 PM (IST)
गैस मूल्य वृद्धि से सब्सिडी लेने की लगी होड़
गैस मूल्य वृद्धि से सब्सिडी लेने की लगी होड़

जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : गैस की सब्सिडी छोड़ने के लिए प्रधानमंत्री ने अपील की तो एक लाख से ज्यादा लोगों ने छोड़ दी लेकिन इधर बढ़ती महंगाई व गैस की कीमतों में लगातार उछाल की वजह से गैस सब्सिडी छोड़ने वाले एक बार सब्सिडी की मांग को लेकर आगे आने लगे हैं। एजेंसियों पर अफरातफरी सरीखा माहौल है। दो माह के अंदर जिले में 103 लोगों ने सब्सिडी लेने के लिए अर्जी दी है।

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एजेंसी से जुड़े लोगों का कहना है कि आवेदन करने के दस दिन के बाद खाते में सब्सिडी की धनराशि भेजने की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। एजेंसी से जुड़े लोगों का कहना है कि गैस की कीमत वर्तमान में जिले में 959.50 रुपये है। सब्सिडी 450.89 रुपये है। ऐसे में सब्सिडी की बढ़ती राशि मध्यम वर्ग को खींच रही है। गैस की बढ़ती कीमत के बीच यह सब्सिडी संजीवनी सरीखा है।

बहरहाल, जनपद में कुल सवा चार लाख के करीब उपभोक्ता हैं। इसमें भारत, एचपी व इंडेन तीनों के उपभोक्ता शामिल हैं। इसमें से करीब साढ़े तीन लाख उपभोक्ताओं के खाते में सब्सिडी जा रही है। केंद्र सरकार के अपील पर गरीबी रेखा से ऊपर जीवन यापन करने वाले उपभोक्ताओं ने अपनी सब्सिडी छोड़ दिया था। इस दौरान सब्सिडी 120 रुपये से लेकर 130 रुपये तक मिल रही थी लेकिन गैस का दाम बढ़ने से लोगों की हालत पतली है। पिछले दो माह से सब्सिडी लेने वालों की जमात बढ़ी है। बहुतायत उपभोक्ताओं का कहना है कि गैस की कीमत कम करने का वादा सरकार ने किया था इसलिए सब्सिडी छोड़ दी थी। ¨कतु गैस की कीमत कम होने की बजाय बढ़ती जा रही है। ऐसे में सब्सिडी लेना नजायज नहीं है। सरकार वादे पर खरी नहीं उतरी तो हम उसकी बात पर क्यों खरे उतरे। बोले उपभोक्ता

सब्सिडी लेना गुनाह नहीं

कप्तानगंज के तेरही निवासी उपभोक्ता बाला देवी ने कहा कि सरकार ने सब्सिडी छोड़ने के लिए उपभोक्ताओं से अपील किया था लेकिन उस समय गैस की कीमत 600 रुपये तक थी अब बढ़कर 900 से ऊपर पहुंच गई है। ऐसे में सब्सिडी लेना जरूरी हो गया है। शहर के रैदोपुर निवासी अशोक कुमार शुक्ला ने बताया कि सब्सिडी बढ़ती जा रही है। सब्सिडी छोड़ना घाटे का सौदा है। तहबरपुर के मधसिया निवासी नागेश चौबे ने कहा कि गैस की कीमत लगातार बढ़ रही है। सब्सिडी बढ़ती जा रही है। उपभोक्ता महंगाई से कराह रहा है। ऐसे में सब्सिडी क्यों छोड़ा जाए। गैस उपभोक्ता कमली देवी, शांति देवी, रमेश मौर्य, शिवचंद यादव का कहना है कि सब्सिडी लेना जरूरी हो गया है। अब किसी भी प्रकार की रियायत की जरूरत नहीं है।

कंपनी पर बढ़ेगा भार : अजय अग्रवाल

जासं, आजमगढ़ : इंडेन गैस एजेंसी के संचालक अजय अग्रवाल ने कहा कि पहले गैस का दाम काफी कम था। इसकी वजह से सब्सिडी कम मिलती थी। अब गैस का दाम बढ़ता जा रहा है। इससे सब्सिडी की धनराशि भी बढ़ रही है। ऐसे में सब्सिडी लेने वालों की तादात बढ़ रही है। आवेदन भी लोग कर रहे हैं। आवेदन करने वालों को दस दिन बाद ही उनके खाते में सब्सिडी की धनराशि मुहैया होगी। लगभग एक लाख लोग सब्सिडी नहीं ले रहे थे। अब सब्सिडी लेने की होड़ से कंपनी पर भार बढ़ेगा। इससे स्थिति विपरीत होगी। इसके लिए एजेंसी पर आवेदन फार्म दिया जा रहा है। आवेदन पत्र भरने के बाद संबंधित दस्तावेज के साथ आनलाइन जमा किया जा रहा है। सब्सिडी के लिए लगेंगे यह दस्तावेज

-गैस कनेक्शन की पास बुक की फोटो कापी

-बैंक की पासबुक की फोटोकापी

-रिक्वेस्ट लेटर दस रुपये के स्टैंप पर

-आधारकार्ड की फोटो कापी


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