नहर हुई बेपानी, कैसे करें किसानी
जागरण संवाददाता मेहनाजपुर (आजमगढ़) देवगांव से मेहनाजपुर होते गाजीपुर की ओर जाने वाली शारदा सहायक खंड 23 नहर में पानी न आने से किसानों के सामने समस्या उत्पन्न हो गई है। हजारों एकड़ भू-भाग की सिचाई इसी नहर पर निर्भर रहती है। इस समय धान की नर्सरी डालने के लिए किसानों को पानी की जरूरत है। जून माह का प्रथम चल रहा है और नहर में पानी अभी तक नहीं आया। इतना ही नहीं नहर की सफाई भी नहीं हो पाई है। नहर की सफाई ना होने की वजह से बरसात के दिनों एवं जाड़े के मौसम में जब नहर पानी से भर जाती है तो उसका तटबंध टूट जाता है।
जागरण संवाददाता, मेहनाजपुर (आजमगढ़) : देवगांव से मेहनाजपुर होते गाजीपुर की ओर जाने वाली शारदा सहायक खंड 23 नहर में पानी न आने से किसानों के सामने समस्या उत्पन्न हो गई है। हजारों एकड़ भू-भाग की सिचाई इसी नहर पर निर्भर रहती है। इस समय धान की नर्सरी डालने के लिए किसानों को पानी की जरूरत है। जून माह का प्रथम चल रहा है और नहर में पानी अभी तक नहीं आया। इतना ही नहीं नहर की सफाई भी नहीं हो पाई है। नहर की सफाई ना होने की वजह से बरसात के दिनों एवं जाड़े के मौसम में जब नहर पानी से भर जाती है तो उसका तटबंध टूट जाता है।
क्षेत्र के अधिकतर किसान नहर के पानी पर ही आश्रित रहते हैं लेकिन इसमें लंबे समय से पानी नहीं आ रहा है, जिसकी वजह से अन्नदाता इस बात को लेकर परेशान हो चला है। किसानों का कहना है कि जून माह का प्रथम सप्ताह चल रहा है और नहर में पानी अभी तक नहीं आया। इतना ही नहीं नहर की सफाई भी नहीं हो पाई है जिसकी वजह से बरसात एवं जाड़े के मौसम में जब नहर पानी से भर जाता है तो तटबंध टूट जाता हैं और सैकड़ों बीघा फसल नष्ट हो जाती है। कागजों में नहर की सफाई भले हो चुकी हो लेकिन पानी न आने के कारण खेती मुश्किल हो गई है।
क्षेत्र के ग्रामसभा बरवां चकिया के प्रधान प्रतिनिधि अजय कुमार यादव, किसान कमलेश सिंह, राकेश कुमार पांडेय, राजेश कुमार मौर्य ने शारदा सहायक खंड 23 के अभियंता से नहर में अभिलंब पानी छोड़वाने की मांग की है। किसानों ने बताया कि अभियंता से बार-बार फोन करने के बाद भी नहर में पानी नहीं छोड़ा गया।
मार्टीनगंज : तहसील क्षेत्र के सैकड़ों गांव से होकर बहने वाली शारदा सहायक खंड 23 में महीनों से पानी न आने के कारण किसान मायूस हैं। नहर में पानी न आने से धान की नर्सरी डालने में बाधा उत्पन्न हो रही है। बिछियापुर गांव के मिठाई लाल यादव, नोखे लाल यादव, सुरहनन के अरुण कुमार सिंह, अखिलेश तिवारी, सच्चिदानंद सिंह, औरंगाबाद के मिटू सिंह, दरोगा सिंह, राकेश सिंह, अलंकार, त्रिपुरारी सिंह आदि किसानों का कहना है कि खेत नहर के किनारे है तो हम लोग पहले ही धान की नर्सरी तैयार करना चाहते हैं।