ताल-पोखरी को अस्तित्व में लाने का अभियान ठप
मुबारकपुर और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में राजस्व
जागरण संवाददाता, मुबारकपुर (आजमगढ़): मुबारकपुर और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में राजस्व विभाग ने अतिक्रमण की शिकार पोखरियों को चिह्नित कर नोटिस तो दे दिया लेकिन उसके बाद कार्रवाई ठंडे बस्ते में चली गई। अब राजस्व विभाग का कहना है कि चकबंदी विभाग के सहयोग के बिना अतिक्रमण हटाना संभव नहीं है। इससे पहले जब साढ़े पांच बीघे की पोखरी को खोदवाकर प्रशासन ने अस्तित्व में ला दिया था तो लोगों को लगा कि अब इलाके की सारी पोखरियां अस्तित्व में आ जाएंगी लेकिन ऐसा नहीं हो सका। मुबारकपुर नगर में एक-दो पोखरी की जमीन का सीमांकन कर लिया गया। नोटिस भी दे दिया गया तो लोगों में आशा जगी कि अब सारे ताल-पोखरे अस्तित्व में आ जाएंगे लेकिन ऐसा नहीं हो सका। इस क्रम में क्षेत्र के गजहड़ा, बिद मठिया, फिरोजाबाद, डीह सहित कई गांवों में पोखरियों को पाटकर कब्जा कर लिया गया है।
अभी कुछ दिनों पहले ही ऐसे लोगों को नोटिस देकर चेतावनी दी गई थी कि निर्धारित तिथि तक अगर स्वयं कब्जा नहीं हटाया गया तो विभाग स्वयं कब्जा हटाकर खर्च भी वसूलेगा। नोटिस और सीमांकन के बाद कब्जा करने वालों ने विभाग के कर्मचारियों की परिक्रमा शुरू कर दी। हालत यह है कि अंतिम तिथि बीते एक पखवारा होने जा रहा है लेकिन विभागीय कार्रवाई ठप हो गई। इस संबंध में क्षेत्र के राजस्व निरीक्षक विनय सिंह ने बताया कि अभियान के लिए राजस्व विभाग के साथ चकबंदी विभाग के अधिकारियों को संयुक्त रूप से कार्रवाई करनी है। दोनों के पास समय उपलब्ध होते ही कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।