30 साल पहले उठाई झाड़ू, पहाड़पुर को बना दिया रोल मॉडल
आजमगढ़ : कहते हैं जहां स्वच्छता होती है वहां ईश्वर का वास होता है। शायद यही कारण है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वच्छता पर जोर दे रहे हैं। वहीं स्वच्छ जिला बनाने के लिए सरकारी अमला अब तक कोई कार्ययोजना तैयार नहीं कर पाया, लेकिन एक मोहल्ला स्वच्छता का रोल मॉडल बन गया है।
आजमगढ़ : कहते हैं जहां स्वच्छता होती है वहां ईश्वर का वास होता है। शायद यही कारण है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वच्छता पर जोर दे रहे हैं। वहीं स्वच्छ जिला बनाने के लिए सरकारी अमला भले ही अब तक कुछ खास नहीं किया हो पर एक मोहल्ला स्वच्छता का रोल मॉडल बन चुका है। जगह-जगह कूड़ा का ढेर जब लोगों के लिए शामत बन गया, सरकारी सिस्टम आगे नहीं आया, शिकायत करते-करते लोग हार गए तो वार्ड नंबर 22 के पहाड़पुर मोहल्ला निवासी 52 वर्षीय मोहम्मद सालिम ने 22 वर्ष की उम्र में हाथ में झाड़ू उठा ली। पिछले 30 साल से वह अनवरत पूरे मुहल्ले की साफ-सफाई में जुटे हुए हैं। जब सरकार का अभियान चला तो उन्हें लोग स्वच्छता के सिपाही के नाम से संबोधित करने लगे। इतना ही नहीं अब लोग उनका सम्मान भी करते हैं। खुद ही कायाकल्प करने का लिया संकल्प
पहाड़पुर मोहल्ले में साफ-सफाई के लिए जनता ने समय-समय पर आवाज उठाई मगर कामयाबी हासिल नहीं हुई। मोहल्ले में जगह-जगह कूड़े का ढेर लगा था। खाली प्लॉट व गलियां कूड़ा घर बन चुका था। कुंभकर्णी निद्रा में लीन प्रशासनिक महकमे को देख 22 साल की उम्र में पहाड़पुर निवासी मोहम्मद सालिम ने खुद ही मोहल्ले का कायाकल्प करने का संकल्प लिया। पूर्व में वह अपने घर व आस-पास झाड़ू लगाते थे लेकिन अब वह पूरे मोहल्ले में झाड़ू लगाते हैं। दिन में तीन बार से अधिक झाड़ू लगाते हैं जिससे पूरा मोहल्ला चमचमाता रहता है। अच्छे स्वास्थ्य के लिए स्वच्छता जरूरी
मोहम्मद सालिम कहते हैं कि अच्छा स्वास्थ्य के लिए स्वच्छता बेहद जरूरी है। सफाई से वातावरण में ताजगी और ऊर्जा बनी रहती है। यही कारण है कि हमने यहां सफाई का संकल्प लिया है। इसकी प्रतिदिन मानीट¨रग करते हैं। यदि कोई गंदगी फैलाता है तो उसे मना किया जाता है। बावजूद कोई नहीं मानता है तो उसी व्यक्ति से साफ भी कराया जाता है।