गेहूं की खरीद में बायोमीट्रिक मशीन का रोड़ा
-संकट में किसान -तय सीमा में नहीं हो पाई उपज की खरीद -खुले आसमान के नीचे रखा गे
-संकट में किसान :::::::
-तय सीमा में नहीं हो पाई उपज की खरीद
-खुले आसमान के नीचे रखा गेहूं लगा जमने
जागरण संवाददाता, रौनापार (आजमगढ़): सरकार के सारे निर्देश गेहूं क्रय केंद्रों पर धड़ाम होते दिख रहे हैं।ऊपर से आदेश कुछ और होता है, लेकिन स्थानीय स्तर पर तकनीकी कारणों से खरीद बाधित है। बायोमीट्रिक मशीन साथ नहीं दे रही है।
बारिश में अपनी उपज लेकर क्रय केंद्रों पर इंजतार कर रहे अन्नदाताओं में दुर्व्यवस्था को काफी आक्रोश है।
किसानों का गेहूं तय समय सीमा के अंदर नहीं खरीदा जा सका है। अजमतगढ़ और हरैया ब्लाक के कई क्रय केंद्रों पर किसान अपने गेहूं की तौल के लिए परेशान हैं। किसान ट्रालियों पर गेहूं लादे खरीद का इंतजार कर रहे हैं। पिछले कई दिनों से हो रही बारिश के चलते कई किसानों के बोरों में रखे गेहूं अब जमने और सड़ने लगे हैं।
गेहूं खरीद के लिए 15 जून की सीमा तय की गई थी, लेकिन इस समय सीमा में सभी किसानों का गेहूं नहीं खरीदा जा सका। किसानों की परेशानियों को देखते हुए शासन द्वारा गेहूं की खरीद का समय बढ़ाकर 22 जून कर दिया गया, लेकिन 15 जून को ही बायोमेट्रिक मशीन से फीडिग बंद कर दी गई, जो अब तक बंद है। फीडिग बंद होने से इसमें लगे कर्मचारी भी परेशान हैं।
विपणन निरीक्षक जीयनपुर संतोष यादव ने बताया कि शासन द्वारा 22 जून तक खरीद की समय सीमा बढ़ा दी गई है, लेकिन बायोमेट्रिक मशीन से फीडिग अब तक बंद है। बायोमीट्रिक फीलिग करते समय केवल यही बताया जा रहा है की आपके क्रय केंद्र का तौल कांटा बंद होने के कारण खरीद नहीं की जा सकती। अगर बायोमेट्रिक मशीन खुल जाती तो तुरंत खरीद हो जाती।गेहूं खरीद की सबसे खराब स्थिति हरैया क्रय केंद्र पर है, जहां दो दर्जन से ज्यादा किसान अपना गेहूं एक पखवारे से लेकर खरीदे जाने का इंतजार कर रहे हैं। बरसात के चलते उनका गेहूं जमने लगा है।