जिले के दो कोतवाली क्षेत्र में बीट प्रणाली लागू
जिले के दो कोतवाली क्षेत्र में गुरुवार से बीट प्रणाली व्यवस्था लागू कर दी गई। बीट प्रणाली व्यवस्था में तैनात किए गए बीट आरक्षियों के बाइक दस्ता की टीम को एसपी प्रो. त्रिवेणी सिंह ने पुलिस लाइन परिसर से हरी झंडी
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : जिले की दो कोतवाली में गुरुवार से बीट प्रणाली व्यवस्था लागू कर दी गई। एसपी प्रो. त्रिवेणी सिंह ने पुलिस लाइन परिसर में बीट आरक्षियों के बाइक दस्ता को हरी झंडी दिखाकर रवाना किए। उनके रवानगी से पूर्व बीट आरक्षियों को बीट पुस्तिका प्रदान की गई। इन्हें बीट पुलिस अधिकारी का नाम दिया गया है।
पायलट प्रोजेक्ट के तहत प्रथम चरण में गुरुवार को प्रदेश के 18 परिक्षेत्र स्तर के 38 थानों में बीट प्रणाली लागू करने को चयनित किया गया। जिसमें आजमगढ़ परिक्षेत्र के फूलपुर व नगर कोतवाली क्षेत्र के 88 गावों में बीट प्रणाली योजना की शुरूआत कर दी गई। फूलपुर क्षेत्र के 42 व नगर कोतवाली क्षेत्र के 46 गांव में बीट व्यवस्था लागू कर दी गई। तीन-चार गांव को मिलाकर बीट बना एक-एक आरक्षी को जिम्मेदारी दी गई। प्रत्येक के पास एक बीट पुस्तिका, बाइक, वायरलेस हैंड सेट, मोबाइल रहेगा। इन्हें अपने क्षेत्र में भ्रमण कर छोटी-बड़ी जानकारियां जुटानी होगी। मसलन, हिस्ट्रीशीटर, चोर, अपराधी, शराब व भू माफियाओं, संभ्रांत नागरिकों, मुखबिर, प्रधान, सभासद, चौकीदार, वालेंटियर आदि का नाम पता बीट पुस्तिका में अंकित करेंगे। इसके अलावा कोर्ट का सम्मन तामिला, पासपोर्ट, चरित्र प्रमाण पत्र का सत्यापन, प्रार्थनापत्र, एनसीआर, यूपी 112की रिपोर्ट, 1090 की शिकायत, रजिस्टर नंबर आठ के मामले, पुलिस संबंधित अन्य कार्रवाई के अभिलेख भी अपने पास रखेंगे। इसी प्रकार से ग्राम पंचायत सदस्य, जिला पंचायत सदस्य, ग्राम प्रहरी, बीएलओ, कोटेदार, अध्यापक, प्रधानाध्यापक, सेना, अर्द्धसैनिक बल के जवान, अधिकारी, पुलिस, होमगार्ड, पेंशनर, व्यापारी, व्यापार प्रतिनिधि मंडल के पदाधिकारी, आशा बहू, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मंदिर के पुजारी, मस्जिद के मुतवल्ली के अलावा त्योहार व सामाजिक कार्यक्रम की जानकारी भी बीट पुस्तिका में अंकित करेंगे। इससे कानून व्यवस्था मजबूत होगी। बीट अधिकारी का कार्यकाल कम से कम एक वर्ष का होगा। स्थानांतरण व पोस्टिग एएसपी व सीओ की कमेटी के जरिये होगी। एसपी सिटी पंकज कुमार पांडेय, सीओ सदर मोहम्मद अकमल खां इत्यादि मौजूद रहे।