मंदुरी एयरपोर्ट से 'उड़ान' की बाधा दूर करेगी एयरपोर्ट अथार्टी
जागरण संवाददाता आजमगढ़ उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम तह
जागरण संवाददाता, आजमगढ़: उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम तहत विकसित मंदुरी एयरपोर्ट से उड़ान को रफ्तार देने के लिए एयरपोर्ट अथार्टी वाराणसी की सक्रियता तेज हो गई है।
वाराणसी एयरपोर्ट से एटीसी और सीएनएस की टीम दो मार्च को मंदुरी एयरपोर्ट पर जांच पड़ताल के लिए पहुंचेगी। एयरपोर्ट पर इसको लेकर तैयारियां चल रही हैं। वाराणसी एयरपोर्ट के निदेशक आकाशदीप माथुर ने बताया कि मंदुरी में एयरपोर्ट का निर्माण कार्य चल रहा है। बुधवार को वाराणसी एयरपोर्ट से एटीसी (एयर ट्रैफिक कंट्रोल) और सीएनएस (कंम्युनिकेशन नेविगेशन एंड सर्विलांस) टीम निरीक्षण करने पहुंचेगी। उन्होंने यह भी कहा कि मंदुरी में सीएनएस और एटीसी से जुड़े उपकरणों को स्थापित किये जाने का कार्य चल रहा है।
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18.50 करोड़ रुपये से हवाई पट्टी का विस्तारीकरण
रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत चयनित मंदुरी एयरपोर्ट को विकसित करने का कार्य काफी पहले पूरा हो चुका है। कार्यदायी संस्था राजकीय निर्माण निगम को लगभग 18.50 करोड़ रुपये से हवाई पट्टी के विस्तार की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। कार्य पूरा होने का प्रमाण पत्र भी कार्यदायी संस्था की तरफ से जिला प्रशासन को प्रेषित की जा चुकी है। अधूरी बाउंड्री पूरी हो चुकी है और रनवे का भी विस्तार कर लिया गया है।
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आजमगढ़-लखनऊ एयर रूट सेकेंड बीडिग में शामिल
उत्तर प्रदेश नागरिक उड्डयन विभाग की ओर से लाइसेंसिग के लिए महानिदेशक के यहां आवेदन भी कर दिया गया था। साथ ही आजमगढ़-लखनऊ एयर रूट को सेकेंड बीडिग में शामिल किया गया है। लाइसेंसिग के लिए यहां उड़ान के दायरे में आने वाले कुछ मकानों को हटाने का निर्देश दिया गया था। भवनों को हटाने के मामले को लेकर कुछ लोगों ने हाईकोर्ट की शरण ली है। इस कारण से उड़ान की स्थिति साफ नहीं हो पा रही। इस बीच जल्द ही एयरपोर्ट आफ अथार्टी के सहायक महाप्रबंधक जिले में दो मार्च को आने वाले हैं। मंदुरी हवाई अड्डे की कमियों पर मंथन करेंगे।