एयरपोर्ट अथार्टी वाराणसी की टीम ने देखी मंदुरी हवाईपट्टी
जागरण संवाददाता आजमगढ़ रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम (उड़ान) योजना के तहत बनाए गए मंदुरी एयर
जागरण संवाददाता, आजमगढ़: रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम (उड़ान) योजना के तहत बनाए गए मंदुरी एयरपोर्ट से हवाई सेवा संचालन की कवायद तेज हो गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महत्वाकांक्षी योजना में शामिल मंदुरी हवाईपट्टी से जल्द उड़ान सुनिश्चित करने के लिए वाराणसी एयरपोर्ट के निदेशक आकाशदीप माथुर के नेतृत्व में आठ सदस्यीय टीम ने शनिवार को 59 बिदुओं के जारी चेकलिस्ट के अनुसार निर्माण कार्यों का भौतिक सत्यापन किया। अधिकारियों की बातों से संकेत मिले हैं कि दिसंबर या जनवरी 2021 तक हवाई सेवा शुरू हो जाएगी।
चार साल पहले सरकार ने रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत छोटे-छोटे हवाई अड्डों का निर्माण शुरू किया था। इनमें उन हवाई अड्डों को शामिल किया गया था, जहां पहले से हवाई पट्टी थी, लेकिन विमानों का संचालन नहीं होता था। इनमें आजमगढ़ में मंदुरी हवाई पट्टी और सोनभद्र के म्योरपुर को भी शामिल किया गया था। यह दोनों एयरपोर्ट भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के अधीन होंगे। 16 सितंबर को प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री सुरेंद्र सिंह ने वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से मंदुरी हवाईपट्टी के निर्माण की प्रगति जानी था। बताया था कि एयरपोर्ट अथार्टी वाराणसी की टीम हवाईपट्टी का निरीक्षण करने जाएगी। सहायक प्रबंधक वाराणसी एयरपोर्ट शक्ति शरण त्रिपाठी ने बताया कि कार्यदायी संस्था राजकीय निर्माण निगम को फिनिशिग के शेष कार्य पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। जल्द से जल्द हवाई सेवा शुरू हो सके, इसके लिए एयरपोर्ट अथार्टी की तरफ से सभी अन्य उपकरण वाराणसी में उपलब्ध है। अक्टूबर के प्रथम सप्ताह से मंदुरी हवाईपट्टी पर उसे व्यवस्थित करने का कार्य शुरू हो जाएगा। यह भी बताया कि यहां से हवाई सेवा के लिए अभी रूट का निर्धारण नहीं हुआ है, लेकिन जल्द उड़ान के लिए टेंडर का कार्य पूरा हो जाएगा। रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को दी जाएगी। टीम में मैनेजर इलेक्ट्रिकल एयपोर्ट, सहायक महाप्रबंधक इंजीनियरिग (सिविल), सब इंजीनियर, एपीएम, संयुक्त महाप्रबंधक, सहायक महाप्रबंधक सुरक्षा, संयुक्त महाप्रबंध एआरटी, ज्वाइंट जीएम के अलावा मुख्य राजस्व अधिकारी हरीशंकर, एसडीएम सगड़ी अरविद कुमार सिंह, कार्यदायी संस्था के प्रोजेक्ट मैनेजर पीएन सिंह व जेई एसपी सिंह थे।