लखनऊ में जालसाजी के आरोप में गिरफ्तार आबिद की आजमगढ़ के थाने में होती थी बैठकी
लखनऊ में जालसाजी के आरोप में गिरफ्तार आजमगढ़ जिले के आबिद हवारी की सरायमीर क्षेत्र में कभी पहचान हुआ करती थी। उसकी बैठकी थाने में भी होती थी। उसके खिलाफ मारपीट का एक मुकदमा थाने में दर्ज है।
आजमगढ़, जेएनएन। लखनऊ में जालसाजी के आरोप में गिरफ्तार आबिद हवारी की सरायमीर क्षेत्र में कभी पहचान हुआ करती थी। उसकी बैठकी थाने में भी होती थी।उसके खिलाफ मारपीट का एक मुकदमा थाने में दर्ज है।
सरायमीर थाना क्षेत्र के बखरा गांव निवासी आबिद हवारी का बड़े लोगों के साथ घूमना शौक था।लगभग 15 वर्षों से गांव छोड़कर लखनऊ में ही रहता था और यहां के लोगों से जब कभी बात होती तो कहता था कि लखनऊ में कांस्ट्रक्शन का काम करता हूं।थाने से जुड़े लोग बताते हैं कि थाने में उसका उठना-बैठना रहता था। यहां तक कि वह क्षेत्र में दारोगा की वर्दी भी पहनकर घूमता था और बाइक पर पुलिस लिखाकर चलता था।
किसी कार्यक्रम में मौका मिलने पर पुलिस के बड़े लोगों के साथ फोटो खिंचवाकर क्षेत्र में लोगों को दिखाता था। सरायमीर इंस्पेक्टर अनिल कुमार सिंह ने बताया कि हमें भी किसी के द्वारा यह जानकारी हुई कि आबिद नाम का व्यक्ति क्षेत्र में दारोगा की वर्दी पहनकर घूमता था। उसकी तलाश में पुलिस लगी थी, लेकिन पता चला कि वह सरायमीर छोड़कर लखनऊ में शरण लिया है।
दीदारगंज : आबिद चार भाइयों में सबसे छोटा है। सात बच्चों के पिता आबिद चेहरे से स्मार्ट होने के कारण किसी को भी प्रभावित कर लेता था।अक्सर दीदारगंज, सरायमीर थाने में भी जाया करता था और लोगों का काम भी कराता था।जब किसी मामले में उसका नाम आने की जानकारी होती थी तो वह क्षेत्र से फरार हो जाता था।