बोल बम के जयकारे से गूंज उठे शिवालय
आजमगढ़ : सावन के पहले सोमवार को जनपद के विभिन्न शिव मंदिरों पर जलाभिषेक करने वालों का
आजमगढ़ : सावन के पहले सोमवार को जनपद के विभिन्न शिव मंदिरों पर जलाभिषेक करने वालों का तांता लगा रहा। इस दौरान बोल बम के जयकारे से सभी शिवालय गूंज उठे। शहर से सटे भंवरनाथ मंदिर पर सुबह से ही जलाभिषेक करने वाले श्रद्धालुओं का रेला जुटना शुरू हुआ तो दिनभर चलता रहा। यहां भारी संख्या पुलिस फोर्स व महिला पुलिस तैनात की गई थी। इधर से आने-जाने वाले वाहनों पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है। रूट डायवर्जन के साथ वाहन जिला मुख्यालय पहुंच रहे हैं।
पूरा श्रावण मास जप, तप और ध्यान के लिए उत्तम होता है। इसमें सोमवार का विशेष महत्व है। सोमवार का दिन चंद्रग्रह का दिन होता है और चंद्रमा के नियंत्रक भगवान शिव हैं। अत: इस दिन पूजा करने से न केवल चंद्रमा बल्कि भगवान शिव की कृपा भी मिल जाती है। कोई भी व्यक्ति जिसको स्वास्थ्य की समस्या हो, विवाह की मुश्किल हो या दरिद्रता छायी हो अगर सावन के हर सोमवार को विधिपूर्वक भगवान शिव की आराधना करता है तो तमाम समस्याओं से मुक्ति पा जाता है। सोमवार और शिव के संबंध कारण ही मां पार्वती ने सोलह सोमवार का उपवास रखा था। सावन का सोमवार विवाह और संतान की समस्याओं के लिए अचूक माना जाता है। सावन के पहले सोमवार को जनपद के तमाम लोगों ने व्रत रखा और सुबह होते हुए जलाभिषेक करने के लिए भंवरनाथ मंदिर पर पहुंच गए। यहां जलाभिषेक के लिए भारी पुलिस की व्यवस्था की गई थी। यहां लाइन से लोग लगकर जलाभिषेक कर रहे थे। इस दौरान बोल बम के जयकारे से पूरा माहौल ही भक्तिमय हो गया था। इसी के साथ कांवरियों का जत्था भी बाबा धाम के लिए रवाना होना शुरू हो गया। देर शाम तक कांवरियों का जत्था मंदिर पर पहुंचता रहा और बाबा धाम के लिए रवाना होता रहा। इसी प्रकार महराजगंज के भैरोबाबा मंदिर पर भी सुबह से जलाभिषेक करने वाले श्रद्धालु जुटे रहे। यहां से भी कांविरयों का जत्था बाबा धाम के लिए रवाना हुआ। कुल मिलाकर पूरा माहौल ही शिवमय हो गया है। पातालपुरी धाम चक्रपानपुर में सुबह से ही श्रद्धालुओं ने पूर्चन शुरू कर दिया। यहां देर शाम तक लोगों के पूजन अर्चन करने का सिलसिला जारी रहा।