मंडल में 9.13 करोड़ रुपये से धार्मिक स्थलों का होगा सुंदरीकरण
जागरण संवाददाता आजमगढ़ मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में शामिल मंडल के तीनों जिले।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़: मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में शामिल मंडल के तीनों जिलों के धार्मिक स्थलों का सुंदरीकरण लगभग 9.13 करोड़ रुपये से होगा। क्षेत्रीय पर्यटन विभाग गोरखपुर से प्रस्तावित कार्यों का एस्टीमेट कार्यदायी संस्था सीएंडडीएस(निर्माण एंड डिजाइन सर्विसेज) ने लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) को मूल्यांकन के लिए भेजा दिया है।
वित्तीय वर्ष 2020-21 में जनप्रतिनिधियों द्वारा प्रस्तावित धार्मिक स्थलों में आजमगढ़ के विधानसभा क्षेत्र सगड़ी में ब्रह्मौली स्थित प्राचीन शिव मंदिर(बाबा पातालनाथ), गोपालपुर में शिवपुर देवारा में बुढ़ऊ बाबा का स्थान, अतरौलिया में तपसी बाबा स्थल, लहुआखुर्द स्थित मां पाल्हमेश्वरी धाम, मलिक सुदनी स्थित बाबा मलिक की मजार मुबारकपुर, मेंहनगर स्थित महामंडेलेश्वर स्थित शिवमंदिर, चितारा महमूदपुर स्थित शिव मंदिर और विधानसभा क्षेत्र फूलपुर के ब्लाक पवई अंतर्गत मुस्तफाबाद पांडेयपुरा में अंबारी बाबा राधा-कृष्ण स्थल शामिल हैं। बलिया जिले में ब्लाक सीयर अंतर्गत ग्राम खैरा में खैरा मठ स्थल, रसड़ा में ब्लाक नगरा के खाकी बाबा आश्रम, सिकंदरपुर में ब्लाक नवानगर के ग्राम कठौरा स्थित जंगली बाबा स्थल एवं बैरिया में खपड़िया बाबा आश्रम स्थल का सुंदरीकरण कार्य प्रस्तावित है। जबकि मऊ जिले के मधुबन में दिव्य ज्योति स्थित जटाधारी शिव मंदिर(शिव पाती), घोसी में शिव स्थल कोपागंज व सीताकुंड, मुहम्मदाबाद गोहना में ग्राम देवल स्थित बाबा स्थल (सूर्य स्थल) और उसापुर वजीरपट्टी स्थित बाबा विश्वनाथपुरी धाम शामिल हैं।
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गुरुद्वारा चरण पादुका साहिब का भी सुंदरीकरण
आजमगढ़ के विधानसभा क्षेत्र निजामाबाद के विधायक ने ऐतिहासिक गुरुद्वारा चरण पादुका साहिब के सुंदरीकरण के लिए प्रस्ताव कार्यदायी संस्था को दिए हैं। भौतिक सत्यापन के बाद स्टीमेट बनाकर पीडब्ल्यूडी को मूल्यांकन के लिए भेजा जाएगा।
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दीदारगंज क्षेत्र से आए हैं तीन प्रस्ताव
आजमगढ़ के विधानसभा क्षेत्र दीदारगंज से तीन धार्मिक स्थलों के सुंदरीकरण का प्रस्ताव दिया गया है, जिसमें चितारा महमूदपुर स्थित शिव मंदिर के अलावा मार्टीनगंज में नहर के समीप मजार और लसड़ा स्थित बाबा आशाराम स्थल शामिल है। -------------
वर्जन--
''धार्मिक स्थलों के सुंदरीकरण कार्य से संबंधित एस्टीमेट मूल्यांकन के लिए एक माह पूर्व ही लोक निर्माण विभाग को भेजा गया है। पत्रावली वापस आने पर क्षेत्रीय पर्यटन कार्यालय गोरखपुर फिर बज के लिए शासन में भेजी जाएगी। धनराशि आवंटित होते ही सुंदरीकरण का कार्य शुरू हो जाएगा।
--एपी सिंह, परियोजना प्रबंधक, सीएंडडीएस।