पांच वर्ष में लगे 17 लाख पौधे, 13 लाख जमीन पर जिदा
धरती को हरा भरा बनाने और पर्यावरण संतुलन के उद्देश्य से वन विभाग द्वारा हर साल बरसात के मौसम में बड़े पैमाने पर पौधारोपण किया जाता है। वन विभाग ने पिछले पांच वर्षों में करोड़ों रुपये खर्च कर अलग-अलग प्रजाति के 16 लाख
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : धरती को हरियाली से आच्छादित करने के लिए पिछले पांच वर्षो में करोड़ों रुपये खर्चकर अलग-अलग प्रजाति के 16 लाख 84 हजार 95 पौधे लगाए गए थे। जमीन पर पचास फीसद पौधे भी नहीं दिखेंगे, लेकिन विभाग का अनुमानित दावा 80 फीसद पौधारोपण सफल होने का है। मतलब साफ है कि 13 लाख से अधिक पौधे जमीन पर जिदा हैं। हालांकि इस बाबत विभाग के पास कोई प्रमाण नहीं पर कागज पर यही है।
आरटीआइ में यह जानकारी वन विभाग ने दी है। शासन की ओर से पिछले पांच वर्ष में वन विभाग को पौधा लगाने के लिए 876.32 लाख रुपये मिले। विभाग ने शासन से जारी उक्त धनराशि खर्च कर 16 लाख 84 हजार 95 पौधे लगाए थे। जिले में 110399 वन क्षेत्रफल हेक्टेयर भूमि है। क्षेत्र की जनता यह बात तो स्वीकार करती है कि यहां पौधे लगे थे, लेकिन निगरानी के अभाव में बहुतायत पौधा जमीन पर नहीं हैं। कुछ पशुओं के आहार बन गए। पौधारोपण पर हर साल लाखों रुपये खर्च हो रहे हैं लेकिन मानीटरिग नहीं होने के कारण अस्सी फीसद जमींदोज हो जाते हैं। वर्ष पौधों की सं. रोपित भूमि
2013-14 300626 329 हेक्टेयर
2014-15 197201 287 हेक्टेयर
2015-16 357547 402 हेक्टेयर
2016-17 569480 449 हेक्टेयर
2017-18 259241 237 हेक्टेयर
2018-19 1650091 450 हेक्टेयर