बलिया में 62 की उम्र पूरी कर चुकीं 126 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सेवामुक्त
बलिया में 62 की उम्र पूरी कर चुके 126 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सेवामुक्त
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : बाल विकास परियोजना में 42 वर्ष की उम्र पूर्ण करने वाले आंगनाबाड़ी कार्यकर्ता, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं को सेवा समाप्त किए जाने की कार्रवाई मंडल के बलिया से शुरू हो गई है। इस जिले में अब तक 126 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं की सेवा समाप्त कर दी गई है। जबकि आजमगढ़ और मऊ में निदेशालय के आदेश के अनुपालन में परियोजनावार स्क्रीनिग की जा रही है। हालांकि यह कार्रवाई पूरे प्रदेश में होनी है।
बलिया में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं को सेवा समाप्त किए जाने के बाद मानदेय भुगतान पर रोक लगाने के लिए अपर निदेशक वित्त बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार को पत्र प्रेषित किया गया है। बाल विकास एवं पुष्टाहार अनुभाग से जिले की विभिन्न परियोजनाओं से सेवामुक्त किए गए कार्यकर्ताओं के मानदेय पर रोक लगाने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन पीएफएमएस पोर्टल बंद होने के कारण उनके मानदेय पर रोक लगाया जाना संभव नहीं है, इसलिए वहीं से मानदेय भुगतान पर रोक लगाई जाए। ''निदेशालय के आदेश के अनुपालन में अब तक कुल 126 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं की सेवा समाप्त कर दी गई है। मानेदय भुगतान पर रोक लगाने के लिए निदेशालय को पत्र लिखा गया है। अन्य की उम्र जैसे-जैसे 62 वर्ष पूरी होगी।
-सेराज अहमद, डीपीओ, बलिया। ''निदेशालय के आदेश के अनुपालन में 62 वर्ष की उम्र पूरी कर चुकीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं की स्क्रीनिग कराई जा रही है। सभी परियोजना के सीडीपीओ को इसके संबंध में निर्देश जारी किया जा चुका है।
-दुर्गेश कुमार, डीपीओ, मऊ। ''अभी शासन को कोई निर्देश नहीं आया है, लेकिन निदेशालय के आदेश के अनुपालन में परियोजनावार आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं की स्क्रीनिग कराई जा रही है। शासन का निर्देश मिलते ही सूची निदेशालय बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार को भेज दी जाएगी।
-मनोज कुमार मौर्य, डीपीओ, आजमगढ़।