पांच ब्लाकों में खोजे गए 10 टीबी के मरीज
आजमगढ़ राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत टीबी मोबाइल वैन के माध्यम से पांच ब्लाकों में 67 लोगों की जांच की गई। इसमें 10 टीबी के मरीज पाए गए।
जागरण संवाददाता, आजमगढ़ : राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत टीबी मोबाइल वैन के जरिये पांच ब्लाकों में 67 लोगों की जांच हुई, जिसमें 10 मरीज पाए गए। स्वास्थ्य प्रशासन ने संबंधित ब्लाक के चिकित्सालयों में निश्शुल्क इलाज शुरू कराया। जिला क्षय रोग अधिकारी डा. परवेज अख्तर ने बताया कि दूर-दराज के लोग अस्पताल पहुंचने में असमर्थ होते हैं। कुछ ऐसे भी क्षेत्र हैं, जहां टीबी के मरीजों की संख्या ज्यादा है। राज्य क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम के निर्धारित कार्यक्रम के तहत दो से छह मार्च तक पांच ब्लाकों में मरीजों के बलगम की जांच के लिए मोबाइल वैन को भेजा गया।
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कहां-कहां पहुंची वैन
-दो मार्च को मुबारकपुर ब्लॉक के घासमंडी गांव, तीन को हरैया ब्लॉक के नैनीजोर, चार मार्च को तहबरपुर ब्लॉक के कोइलहा, पांच मार्च को पल्हनी ब्लॉक में कांशीराम आवास व छह मार्च को मिर्जापुर ब्लॉक के अवडीहा गांव में पहुंची।
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एक मरीज 15 को करता है संक्रमित
-एमडीआर सामान्य टीबी के ऊपर की बीमारी है। कुछ मरीज टीबी के एक्टिव फेज में होने के बावजूद अनभिज्ञ बने रहते हैं। टीबी का एक मरीज 15 लोगों को संक्रमित करता है। मोबाइल वैन के जरिये 10 मरीजों को चिह्नित करके 150 लोगों में बीमारी फैलने से रोक लिया गया।
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भरण-पोषण को 500 रुपये प्रतिमाह
टीबी रोग के लक्षण व बीमारी की आशंका पर जिला क्षय रोग अस्पताल व जिला चिकित्सालय जाकर संपर्क किया जा सकता है। टीबी रोग की जांच एवं इलाज सभी सरकारी अस्पतालों निश्शुल्क किया जाता है। मरीज को बेहतर खानपान के लिए सरकार द्वारा 500 रुपये प्रतिमाह दिया जाता है।